अलिराजपुर।यतेंद्रसिंह सोलंकी
जिले के महामारी की बढ़ता भयावहता ओर प्रसाशनिक सख्ती के बाद भी कुछ लोग कागज के चंद टुकड़ो के लिए मोत से सौदा करने को तैयार है। आज पुरी दुनिया इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए जद्दोजहद कर रही है। वहीं दूसरी ओर कल एक ऐसा घटनाक्रम देखने को मिला जिसने यह साबित कर दिया कि एक महिला शक्ति ममता और प्रेम की जीती जागती मूरत है। जोबट एसडीएम(sdm) किरण आंजना ने अपने कर्तव्य को निभाने के साथ ही एक गर्भवती महिला को सही समय पर अस्पताल(hospital) पहुंचाने के साथ ही मासूम को दुनिया में सकुशल आने में अहम भूमिका निभाई है। उलउल्लेखनीय है कि जबसे सुश्री आंजना जोबट की प्रभारी बनी। उनकी प्रशासनिक कार्य कुशलता देख नगर की जनता उनके कार्य की सराहना कर रही है।
बता दें कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुश्री किरण आंजना को कल एक शिकायत मिली थी कि बोरी में कुछ व्यापारियों द्वारा लॉकडाउन(lockdown) में भी अपनी दुकाने संचालित कर व्यापार किया जा रहा है। फिर क्या था अल सुबह 6 बजे ही एसडीएम अपने साथ नायाब तहसीलदार वंदना किराड़े ओर राजस्व टीम को लेकर बोरी के दौरे पर निकल पड़ी। ज्ञात हो कि पहले भी वहाँ प्रसासन ने सख्ती से एक दुकान को सील कर दिया था। एसडीएम ने वहां पहुचकर व्यपारियो को सख्त हिदायत देकर लॉक डाउन ओर कर्फ्यू(curfew) का पालन करने की नसीहत दी। और बोरी से जोबट लौटते समय रास्ते मे सड़क पर एक महिला को बैठा देखकर अपनी गाड़ी रोकी ओर उससे कारण पूछा तो महिला केसरबाई जोकि कोटड़ा की निवासी थी।
गर्भवति होकर पेट दर्द से अत्यधिक पीड़ित थी। जिसके साथ एक अन्य खड़ी महिला ने बताया कि हमने एम्बुलेंस(ambulance) को सूचना दी है, पर शायद वो रास्ता भटक गई है। और अभी तक नही आई, महिला की पीड़ा देख एसडीएम आंजना ने सुझबुझ दिखाई और अपने नाम किरण को सार्थक कर अपनी टीम की मदद से अपनी गाड़ी में पीड़िता को सामुदायिक अस्पताल बोरी में सुबह आठ बजे एडमिट कराकर डॉक्टर(doctor) को दिशा निर्देश देकर वापस जोबट अपनी कर्तव्यनिष्ठा निभाने निकल पड़ी। बोरी अस्पताल में पदस्थ डॉ अमित दलाल ने बताया कि एसडीएम मेडम ने जिस महिला को अस्पताल में भर्ती कराया वो अत्यधिक पेट दर्द से पीड़ित होकर गर्भवती थी। अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स आशा खराड़ी ओर उनकी टीम ने केसरबाई का सफल प्रसव कराकर 11 बज कर 29 मिनिट पर एक लड़की को जन्म दिया। जिसका वजन 3kg है अब दोनों स्वस्थ है। उन्होंने बताया सही समय पर अस्पताल पहुचने से जच्चा व बच्चा दोनो स्वस्थ है।