डबरा, सलिल श्रीवास्तव किसको अपराध (Crime) में फसाना है और किसे बचाना यह पुलिस (police) से बेहतर कौन जान सकता है। ताजा मामला पिछोर थाने का बताया जा रहा है। जिसमें एक प्रधान आरक्षक की ऑडियो वायरल (Audio viral) हो रही है। जिसमें साफ तौर पर सुना जा सकता है कि किस तरह गाँजे के साथ में पकड़े अपराधी को बचाने की प्लानिंग की जा रही है।
आपको बता दें कि इस समय एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें चर्चा हो रही है कि जो व्यक्ति गांजे के साथ पकड़ा है, उसे बचाना है। इसमें थाने के प्रधान आरक्षक से बात हो रही है। जिसमें वह कह रहा है कि गांजे की सारी पुडिया मेरे पास है। मैंने किसी को नहीं दी जब सामने वाला दीवान जी से कह रहा है कि इसे बचाना है तो दीवान जी भी उसे बढ़िया सा आश्वासन और सलाह देते हैं कि चिंता ना करो।
इस पर सिर्फ 4 लीटर शराब रखकर प्रकरण बना देंगे और थाने से ही जमानत हो जाएगी। ऑडियो के बारे में बताया जा रहा है कि यह पितृपक्ष के समय की है। यदि दिनांक की बात की जाए तो 28 सितंबर की यह ऑडियो बताई जा रही है। इस पूरे मामले में सूत्रों से एक और बात सामने आई है। इस प्रकरण में किसी प्रकार का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। ऑडियो किसकी है यह हम पुष्टि नहीं कर सकते पर पिछोर थाने में पदस्थ स्टाफ इस बात को आसानी से बता सकता है कि आवाज किसकी है।
कुल मिलाकर इस ऑडियो ने यह तो स्पष्ट कर दिया कि पुलिस कैसे अपराधियों को बचाती है क्योंकि जिस अपराध को रोकने का जिम्मा पुलिस को दिया गया है। वह उनके अधिकारियों कर्मचारियों के सहयोग से ही चल रहा है। इस बात का पुख्ता सबूत यह ऑडियो है अब देखना यह है कि जिला एसपी अमित सांघी जो इस समय जिले में नशे के ख़िलाफ़ अभियान चलाकर लगातार कार्रवाही करवा रहे हैं। वह इस वायरल ऑडियो पर कुछ कार्रवाही करते हैं या जिले भर में अपराधियों को बचाने का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा।