भिंड, सचिन शर्मा। सरकारी अस्पतालों और वहां के लापरवाह डॉक्टर और नर्स के किस्से नए नहीं है। अब एक और मामला इस फेहरिस्त में भिंड से जुड़ गया है जहां जिला अस्पताल के बाहर एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया और बच्चा इलाज की कमी और कड़ाके की ठंड के कारण अपनी जान का गवां बैठा। महिला नर्स की लापरवाही से अस्पताल के दरवाजे पर बच्चे को जन्म हुआ और उचित इलाज न मिलने और ठंड से नवजात बच्चे ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया।
यहां भी देखें- MP News: 1 फरवरी को BJP विधायक दल की बड़ी बैठक, बजट समेत इन मुद्दों पर चर्चा
भिंड जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स की लापरवाही ने दर्द से कराहती हुई महिला के परिजनों द्वारा भर्ती करने के लिए गुहार को अनदेखा किया और परिजनों को प्राईवेट अस्पताल में भेजने का दबाव बनाया।
यहां भी देखें- MP News: राज्य शासन ने छात्रों को दी बड़ी राहत, 7 दिन के भीतर पूरा करें यह काम
इस सब में समय व्यतीत होता गया और दर्द से कराहती हुई महिला ने बच्चे को जिला अस्पताल के मुख्य द्वारा पर ही जन्म दे दिया। बच्चें का दम धरती पर गिर जाने के बाद ही निकल गया। लेकिन महिला नर्स शायद मानवता की सारी सीख भूल चुकी थी और इस हालत में भी उसने महिला का इलाज करने से मना कर दिया।
यहां भी देखें- MP News : ऑफलाइन परीक्षा के आदेश को चुनौती, हाई कोर्ट ने सरकार को जारी किया नोटिस
कड़कड़ाती ठंड में परिजन, महिला और उसका बच्चा रात्रि 12:30 बजे महिला नर्स से मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन उसका दिल नहीं पिघला। जिला अस्पताल में पदस्थ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इस तरह अभद्रता जहां एक मां को अपने बच्चे से दूर कर गई वहीं यह मानवता के मुंह पर भी तमाचा है। जहां एक ओर डॉक्टर को कलयुग में भगवान कहा जाता है और लोग अपने परिजनों को लेकर बड़ी उम्मीद से अस्पतालों तक पहुंचते हैं। वहां जब इस तरह की घटनाएं होती है तो कहने को कुछ नहीं रह जाता है। फिलहाल अस्पताल के स्टाफ की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।