भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आय से अधिक संपत्ति शहर पद का दुरुपयोग करने के मामले में भोपाल (bhopal) के एक और अधिकारी राज्य शासन की नजर में आ गए हैं। दरअसल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव (Member Secretary, Pollution Control Board) अच्युत आनंद मिश्रा (achyut anand mishra) पर अनियमितता, बेनामी संपत्ति और पद के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए हैं। इसके बाद इसकी शिकायत EOW में की गई है।
वही शिकायत दर्ज होते ही आर्थिक अपराध अनुसंधान प्रकोष्ठ (EOW) ने जांच शुरू कर दी है। दरअसल अच्युत आनंद मिश्रा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव है। उनकी शिकायत राजधानी भोपाल के गुप्ता नगर निवासी कृष्ण कुमार ताम्रकार द्वारा की गई है।
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जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू में की गई शिकायत में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सदस्य सचिव पद नियम अनुसार अधिनियम 1974 के तहत चयन प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया है। दरअसल आरोप है कि मिश्रा बिना किसी चयन प्रक्रिया के बीते 7 सालों से क्षेत्रीय अधिकारी के साथ सदस्य सचिव के पद पर बने हुए हैं।
बता दें कि पूर्व सचिव आरके जैन की सेवानिवृत्ति के बाद प्रभारी के तौर पर आनंद मिश्रा की नियुक्ति की गई थी लेकिन 7 सालों से वह एक ही पद पर जमे हुए है। 1993 से 2014 तक इंदौर के क्षेत्रीय अधिकारी भी रहे हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इस बीच कई अधिकारियों के तबादले हुए लेकिन अच्युत आनंद मिश्रा का तबादला नहीं किया गया।
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इसके अलावा मिश्रा की वरीयता पांचवे नंबर पर थी जबकि उन्हें वरिष्ठता के आधार पर प्रथम स्थान देकर मुख्य अभियंता के पद पर भोपाल में पदस्थ किया गया है। इस मामले में EOW ने शिकायत दर्ज कर ली है। वहीं शिकायतकर्ता के बयान दर्ज कर नोटिस जारी किया गया है। मामले में जांच कर प्रतिवेदन तैयार किए गए हैं।