ऊर्जा मंत्री का बड़ा बयान, फ्रीज किये गए बिजली के बिल लम्बे समय तक स्थगित

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्य्प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) ने एक किलो वाट बिजली कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं को नए साल में बड़ी राहत दी है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जिन गरीब उपभोक्ताओं के अगस्त 2020 तक के बिजली बिलों को फ्रीज यानि स्थगित किया गया था उसकी राशि को चुकाने की समय सीमा अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दी है। सरकार के इस फैसले के बाद ग्वालियर और भोपाल रीजन के 9 लाख उपभोक्ताओं को लाभ होगा।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ( (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar)) ने नए साल में शिवराज सरकार (Shivraj Government) के इस तोहफे की जानकारी देते हुए बताया कि बिजली कम्पनी ने अगस्त 2020 तक एक किलो वाट कनेक्शन वाले जिन उपभोक्ताओं के बिल स्थगित यानि फ्रीज किये थे अब उनको बकाया राशि फ़िलहाल चुकाने की आवश्यकता नहीं है सरकार के निर्देश पर बिजली कंपनी ने अब इसका भुगतान लम्बे समय के लिए स्थगित कर दिया है।

दो दो महीने कर बढ़ाई जा रही थी बिल ना भरने की अवधि  

गौरतलब है कि कोरोना काल के समय एक किलोवाट बिजली कनेक्शन वाले बहुत से गरीब उपभोक्ताओं के पास बड़े बड़े बिल आये थे लेकिन कोरोना महामारी के कारण आये आर्थिक संकट के चलते वे बिजली बिल नहीं भर पा रहे थे।  परेशानी को समझते हुए शिवराज सरकार ने अगस्त तक के बिजली बिलों को स्थगित यानि फ्रीज कर दिया था अर्थात उपभोक्ता से कह दिया था कि  फिलहाल उसे इन बिलों की राशि जमा करने की जरुरत नहीं है।  सरकार बिल नहीं भरने की अवधि दो दो महीने बढाती रही  लेकिन अब इसे अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि इसे सरकार के अगले  निर्णय तक स्थगित कर दिया गया है।

ग्वालियर और भोपाल रीजन के 9 लाख उपभोक्ताओं को होगा फायदा

शिवराज सरकार के इस फैसले से ग्वालियर और भोपाल रीजन के 9 लाख उपभोक्ताओं को लाभ होगा। यहाँ बता दें कि अकेले ग्वालियर सिटी सर्किल में  ही मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी उपभोक्ताओं से 550 करोड़ रुपये वसूलती है  इसमें से 300 करोड़ रुपये एक किलो वाट कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं का होता है। जिन्हें सरकार ने राहत दी है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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