जबलपुर, संदीप कुमार। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री उमंग सिंगार ने कृषि कानूनों की वापसी पर बयान दिया, उमंग सिंगार ने कहा कि आज के दिन कृषि कानूनों की वापिसी का ऐलान बीजेपी की राजनैतिक चाल है, सिंगार ने कहा कि उत्तर प्रदेश और पंजाब के विधानसभा चुनावों को देखते हुए कृषि कानूनों की वापिसी की गई है क्योंकि यहां बीजेपी को अपनी हार का अहसास हो गया था उमंग सिंगार ने यह भी कहा कि सरकार को इस ऐलान से बढ़कर किसानों को एमएसपी यानि न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारेंटी देनी चाहिए, आज शुक्रवार को जबलपुर पहुंचे पूर्व मंत्री उमंग सिंगार ने एक प्रेस कॉन्फ्रैंस को संबोधित किया, जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रमों पर सिंगार ने कहा कि प्रदेश में चुनावों के पास आने से सरकार को आदिवासियों की याद आई है और बीजेपी की असली चिंता आदिवासी वोट हैं जो 2018 के विधानसभा चुनावों में उसके हाथों से फिसल गए थे उमंग सिंगार ने कहा कि सिर्फ जननायकों के सम्मान से आदिवासियों का विकास नहीं होगा और सरकार तो ये बताए कि वो प्रदेश में छटवीं अनुसूची सहित पेसा एक्ट कब लागू कर रही है।
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उमंग सिंगार ने कांग्रेस को आदिवासियों का सच्चा हितैषी बताया, इधर मध्यप्रदेश में गौ-टैक्स की तैयारी पर उमंग सिंगार ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा, सिंगार ने कहा कि सरकार गौ-टैक्स के नाम पर अपनी तिजोरी भरना चाहती है और हकीकत ये है कि चारा ना मिलने से प्रदेश की गौशालाओं की स्थिति बेहद दयनीय है,उमंग सिंगार ने सरकार से ये सार्वजनिक करने कहा कि कमलनाथ सरकार जाने के बाद उसे प्रति गाय कितनी राशि चारे के लिए गौशालाओं को दी है।