नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट : काफी हंगामे के बाद दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में अतिक्रमण हटाने पहुंचा बुलडोजर अब वहां से वापस लौट गया है। भारी संख्या में मौजूद लोगों के बीच एमसीडी की तरफ से वहां सिर्फ खानापूर्ति की गई, कर्मचारियों ने सिर्फ एक बिल्डिंग के बाहर लगी लोहे की रॉड्स को हटवाया, जो रेनोवेशन के काम के लिए लगी थी। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट आज दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा।
इससे पहले शाहीन बाग में अतिक्रमण पर बुलडोजर से कार्रवाई को लेकर हाई-वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया था। मौके पर पहुंचे, शाहीन बाग इलाके से आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली नगर निगम इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि दिल्ली एमसीडी उन्हें यह बताए कि अतिक्रमण है कहां?
उन्होंने कहा, “तीन दिन पहले आया था। लोगों से आह्वान किया। लोगों ने खुद अतिक्रमण हटा दिया। एक मस्जिद के बाहर वजूखाना था। उसे भी हटवा दिया। अब एमसीडी बताए कि कहां एन्क्रोचमेंट है। ये पीडब्ल्यूडी का रोड है। लोकल पुलिस भी है। मुझसे बात करें। हम खुद अतिक्रमण को हटवा देंगे।”
इसके अलावा कुछ स्थानीय नेता और लोग बुलडोजर के आगे बैठ गए थे और MCD और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान यह मामला मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। बुलडोजर की कार्रवाई के खिलाफ यह याचिका दायर की गई है।
हालांकि, इस बीच अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई शुरू हो गई है, फिलहाल एक बिल्डिंग के सामने मौजूद लोहे की रॉड, पिलर्स को हटाया जा रहा है। ज्यादा भीड़ होने के कारण बुलडोजर का इस्तेमाल नहीं किया गया। उनको मजदूर और आम लोग मिलकर हटा रहे हैं।
बिगड़ते हालातों को देखते हुए शाहीन बाग में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। पुलिस की मदद के लिए CRPF के 100 जवान वहां भेजे गए हैं।