अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया|कोंग्रेस पार्टी में दलित वर्ग का बड़ा चेहरा माने जाने बाले रमेश इटौरिया(Ramesh jhatauria) ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कई बार से अशोकनगर आरक्षित सीट से टिकिट मांगते रहे श्री इटौरिया ने इस्तीफे के बाद जारी प्रेस नोट में कोंग्रेस पर उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। साथ ही पार्टी द्वारा अनुसूचित जाति के हितों के साथ खिलवाड़ करने की बात कही है।चर्चा है कि इटौरिया फिर से बसपा का दामन थाम सकते है।
किसी समय बसपा की और से अशोकनगर विधानसभा का चुनाव लड़ कर 10 हजार से जायदा मत लाने बाले रमेश इटौरिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने कॉंग्रेस ज्वाइन की थी।दो बार से वह कोंग्रेस से विधानसभा का टिकिट मांग रहे थे।आगे होने बाले उपचुनाव में भी उनकी टिकिट के लोय दावेदारी थी,मगर कोंग्रेस ने आशा दोहरे को उम्मीदवार घोषित कर दिया। बर्ष 2013 एव 2018 के विधानसभा चुनाव एवं अब उपचुनाव में दावेदारी जता चुके इस दलित नेता ने कोंग्रेस पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है।प्रेस नोट में लिखा है कि कोंग्रेस अनुसूचित वर्ग के लोगो की उपेक्षा करती है।उन्होंने टिकिट वितरण पर सवालिया निशान लगाते हुये कहा है कि कोंग्रेस फर्जी चाल चरित्र के लोगो को टिकिट देती है।उन्होंने खुद के इस्तेमाल करने के आरोप भी पार्टी पर लगाये है।
डेढ़ दशक पहले पेशे से वकील श्री इटौरिया बहुजन समाज पार्टी का पढा लिखा एवं सभ्य चहेरा माना जाता था बसपा से चुनाव भी लड़ा मगर 2ल12 साल पहले कोंग्रेस में शामिल हो गये थे।लगातार तीन बार टिकिट ना मिलने से नाराज हो कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया ह।माना जा रहा है कि अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित अशोकनगर सीट से चुनाव लड़ने के लिये वह फिर से बसपा का दामन थाम सकते है