भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कई राज्यों में कांग्रेस (congress) के अंदर चल रहे अंदरूनी विवाद के बीच एक बार फिर से मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ (kamalnath) को दिल्ली (delhi) से बुलावा आया हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सोनिया गांधी से मिलने उनके 10 जनपथ आवास पर पहुंच चुके हैं। उनके साथ प्रियंका गांधी भी मौजूद रही।
चर्चा है कि कमलनाथ को कोई बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है इस समय कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और साथ में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी। अहमद पटेल के निधन के बाद से ही कमलनाथ के दिल्ली में महत्वपूर्ण पद संभालने की चर्चा आम थी। दरअसल चर्चाओं की माने तो कमलनाथ को कांग्रेस पार्टी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की बात चल रही है। हालांकि कमलनाथ कई बार इस चीज को दोहरा चुके हैं कि वह मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में ही रहना चाहते हैं।
Read More: नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान, IT एक्ट के तहत हर विभाग में होगा एक एक नोडल अधिकारी
कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से अध्यक्ष पद पर स्थाई नियुक्ति (permanent appointment) की मांग की जा रही है। गांधी परिवार के करीबी सूत्रों की माने तो सोनिया गांधी (sonia gandhi) को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि सोनिया गांधी के करीबी, केंद्र की राजनीति में फिर से एक्टिव (active) हो। कांग्रेस से कई दिग्गज नेताओं के अलावा कमलनाथ भी गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं। सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी कमलनाथ को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करना चाहती है।
Read More: MP School: RTE एडमिशन के लिए मंत्री इंदर सिंह परमार ने खोली लॉटरी, 28 हजार बच्चों के फॉर्म रिजेक्ट
बता दें कि इससे पहले आगामी चुनाव को देखते हुए एक बार फिर से प्रशांत किशोर (prashant kishore) कांग्रेस नेताओं के साथ अपने संपर्क को लेकर चर्चा में हैं। दरअसल हाल ही में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी (rahul gandhi) और प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) भी मौजूद रहे। वही गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रशांत किशोर का मानना है कि सोनिया गांधी को कांग्रेस पार्टी की विधिवत कमान संभाल लेनी चाहिए। राहुल गांधी को संसद में सरकार के खिलाफ फ्री हैंड दिया जाए। इसके अलावा प्रियंका गांधी को कांग्रेस के स्टार प्रचारक के रूप में देखा जाना कांग्रेस के लिए हितकारी हो सकता है। अब ऐसी स्थिति में सोनिया गांधी अपने करीबी नेताओं को दिल्ली बुलाकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों को तेज करना चाहती है।
इससे पहले भी एक सप्ताह के लिए कमलनाथ दिल्ली दौरे पर थे। इस दौरान उनके स्वास्थ्य बिगड़ने की खबर सामने आई थी। जहां उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। हालांकि केंद्रीय नेतृत्व में जगह मिलने की बात पर कमलनाथ कई बार यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्हें केंद्र की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है और वह मध्यप्रदेश में मध्यप्रदेश वासियों के बीच रहना चाहते हैं।
Read More: खूब लड़ी मर्दानी! रेत के खेल मे खेत रही Lady Singham महिला अधिकारी
वह बीते दिनों में कांग्रेस की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई है। मानसून सत्र में कांग्रेस मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में जुटी है। जिसके लिए कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के राजधानी नई दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के लिए उपस्थित होने की उम्मीद है, जबकि नेता कमलनाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह क्रमशः लखनऊ और शिमला राज्य में सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
BJP की प्रतिक्रिया
हालांकि कमलनाथ के सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। इस मामले में मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि कमलनाथ दिल्ली के ही नेता है। उनके जाने से ना तो खुशी होगी न किसी तरह का गम होगा।