भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। शासकीय स्कूल (government school) के बच्चों के मध्याह्न भोजन (mid-day-meal) को और पौष्टिक बनाने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। नए साल के साथ ही अब मध्याह्न भोजन के मेन्यू (menu) में भी बदलाव देखने को मिलेगा। इसके लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई है। जल्द ही इन बदली हुई सामग्रियों का लाभ शासकीय स्कूल के हितग्राही बच्चों को होगा।
दरअसल नए साल में सरकारी स्कूल के बच्चों के मध्याह्न भोजन कि सामग्रियों में बदलाव किया जाएगा। जिले में प्राइमरी व मिडिल स्कूल (primary and middle school) के बच्चों के लिए गेहूं और चावल के साथ तुअर की दाल और सोयाबीन तेल भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर सामग्रियां पहुंचा दी गई है। जिसे जल्द ही हितग्राही बच्चों को वितरित किया जाने लगेगा।
Read More: Chhatarpur News- बाइक सवार युवकों का फायरिंग करते वीडियो वायरल
बता दें कि खाद्य सुरक्षा भत्ता के अंतर्गत तुअर की दाल और सोयाबीन के तेल प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को उपलब्ध कराए जाएंगे। एक बच्चे को 73 दिन के लिए 2 किलो तुअर दाल और 525 ग्राम सोयाबीन तेल दिया जाएगा। इसी तरह मिडिल स्कूल के 1 बच्चे को 73 दिन के लिए 3 किलो तुअर की दाल और 783 ग्राम सोयाबीन का तेल उपलब्ध करवाए जाएंगे।
ज्ञात हो कि इसके लिए केंद्रीय भंडारण ने प्रदेश के हर जिले को सोयाबीन के तेल की पैकेट और दाल उपलब्ध कराए है। इसके साथ ही शिक्षा विभाग खुद इन सामग्रियों का बंटवारा हितग्राही बच्चों को करेगा जबकि इससे पहले खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा मध्याह्न भोजन की सामग्री बच्चों को उपलब्ध कराई जाती थी।
गौरतलब हो कि स्कूल के बच्चों को पहले स्कूल परिसर में ही मध्याह्न भोजन योजना के तहत खाना बना कर खिलाया जाता था लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण और कोरोना काल को देखते हुए स्कूल बंद कर दिए गए। जिसके बाद लॉकडाउन से बच्चों को सूखा राशन देना शुरू किया गया था। इसके साथ ही प्राइमरी स्कूल के बच्चों को 100 ग्राम प्रतिदिन और मिडिल स्कूल के बच्चों को 150 ग्राम प्रतिदिन के हिसाब से गेंहू और चावल वितरित किए जाते थे। जिसके बाद अब उन्हें सोयाबीन का तेल और तुअर की दाल भी उपलब्ध कराई जाएगी।