विदिशा, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा की तीन बेटियों की भरे मन से विदाई की। सीएम शिवराज अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ गुरुवार को विदिशा पहुंचे थे जहां वे अपनी गोद ली हुई तीन बेटियों- सुमन, प्रीति, और राधा की शादी में सम्मलित हुए थे। उन्होंने तीनों बेटियों का कन्यादान कर उन्हें भरे मन से विदाई दी है। सीएम शिवराज ने पत्नी के साथ शादी में मां- पिता की भूमिका निभाते हुए कन्यादान किया, वहीं शादी की सभी रस्मों में शामिल हुए। बेटियों की विदाई के बाद सीएम भावुक होकर रो पड़े।
ये भी देखें- Pulitzer अवार्ड जीतने वाले भारतीय फोटो जर्नलिस्ट की अफगानिस्तान में हत्या
शादी समारोह के बाद सीएम शिवराज सिंह ने कहा की कोई भी माता- पिता बेटियों के दायित्व से मुक्त नहीं हो सकते। विवाह करना एक सामाजिक दायित्व है, लेकिन बेटियों की जिम्मेदारी जीवन भर के लिये माता-पिता की होती है। इस दौरान उन्होंने मीडिया को बताया कि हम मायके वाले हैं, जो बेटियां 23 साल से हमारे साथ रहीं उन बेटियों को ससुराल भेजने पर पीड़ा होना स्वभाविक है।
बता दें 1998 में सीएम शिवराज सांसद बनने के बाद इन तीनों निराश्रित बेटियों को अपने साथ विदिशा लाए थे। उनके लालन-पालन की जिम्मेदारी विदिशा के मुखर्जी नगर स्थित सुंदर सेवा आश्रम को दी थी, तब से ही तीनों यहीं रह रही हैं। 1998 में तीनों करीब ढाई साल की थीं। जिनकी शादी गुरुवार को संपन्न हुई।
ये भी देखें- Mandsaur News: लोकायुक्त की कार्रवाई, 25 हजार की रिश्वत लेते पकड़ाए बाबू