ग्वालियर, अतुल सक्सेना पिछले दिनों कोरोना (corona) ने ग्वालियर (gwalior) में अपने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए है। शनिवार को यहां 1024 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं 5 लोगों की मौत हो गई है। ग्वालियर में बीते 1 सप्ताह से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जिसके बाद अब विधायक प्रवीण पाठक (praveen pathak) ने सीएम शिवराज (CM Shivraj) को पत्र लिखा है। वहीं उन्होंने कहा है कि कांग्रेस विधायक के नाते ना सही, भांजे के नाते ही उनकी बात को सुना जाए।
दरअसल देर रात 2:40 में सीएम शिवराज को पत्र लिखते हुए कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि आज शाम को कुछ वीडियो उनके पास पहुंचे हैं। जिसमें ग्वालियर के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर प्रश्नचिन्ह खड़े हुए हैं। पाठक ने कहा कि वीडियो ऐसे हैं ।जिसको देखकर आप का भी मन विचलित हो सकता है।
इसके साथ ही कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि उन्होंने स्वयं जे एच हॉस्पिटल के वीडियो देखे हैं। जिसमें मरीजों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। उनकी दुर्गति ऐसी है जैसे किसी आवारा पशुओं की भी नहीं होती। वही शिवराज सरकार द्वारा तैयार किए गए गाइडलाइन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि शासन के स्तर पर बहुत व्यापक और प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है लेकिन प्रदेश के अस्पतालों में इन गाइडलाइंस का कितना पालन किया जा रहा है। यह देख कर मन व्यथित है।
Read More: छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में कर्मचारियों द्वारा रेमडेसिवीर की कालाबाजारी, पुलिस में शिकायत
इतना ही नहीं विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि शिवराज सरकार के काल में ग्वालियर के बहुत से शीर्ष पर बैठे लोग सरकार में शामिल है लेकिन आज ऐसे संकट की घड़ी में ऐसे शक्तिशाली सदस्य का ग्वालियर के लिए ना होना ग्वालियर को अनाथ बना रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर ग्वालियर की चिंता नहीं की गई तो ग्वालियर की स्थिति मध्यप्रदेश के सारे शहरों से ज्यादा खराब होगी।
वहीं उन्होंने शिवराज सरकार से प्रार्थना की है की गाइड लाइन का सुनिश्चित पालन करवाया जाए और समुचित इलाज के अभाव में हो रहे मौत को रोकने का प्रयास किया जाए। प्रवीण पाठक ने कहा कि कैसे आंसू है जो सूख जाते हैं कैसा पत्थर है भींगता ही नहीं। उन्होंने सीएम शिवराज से अपील की है कि कांग्रेस विधायक के नाते ना सही भांजे के नाते ही उनकी बात को सुना जाए। वह अपने शहर के लिए मांग कर रहे हैं।
कैसे आँसू हैं सूख जाते हैं ,
कैसा पत्थर है भीगता ही नहीं ।
मन बहुत विचलित है मुख्यमंत्रीजी,कांग्रेस के विधायक के नाते नहीं तो भाँजे के नाते ही मेरी सुन लीजिए।
अपने लिए नहीं अपने शहर के लिए हाथ जोड़ रहा हूँ।@ChouhanShivraj @digvijaya_28 @narendramodi @OfficeOfKNath @RahulGandhi pic.twitter.com/rD35qdLQ5F— Praveen Pathak (@PRAVEENPATHAK13) April 17, 2021