भोपाल।
लॉक डाउन में शिवराज सरकार द्वारा 400 संविदा कर्मचारियों को निकाले जाने के बाद उनके सामने जीवन को सुचारु रुप से चलाने का बड़ा संकट गहरा गया है।सरकार के इस फैसले को लेकर कर्मचारी संघ में आक्रोश व्याप्त हो गया है। कर्मचारी संगठनों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से इन कर्मचारियों को नौकरी पर रखने की मांग की है, वही ऐसा ना करने पर आंदोलन की खुली चेतावनी दी है।
मध्य प्रदेश संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि लॉक डाउन में वॉटरशेड मिशन में काम करने वाले 375 कर्मचारियों को हटाए जाने से उनके परिवार के सामने अब रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।वॉटरशेड मिशन के अलावा भी दूसरे सरकारी विभागों में भी संविदा कर्मचारियों को हटाया गया है। वॉटर शेट के कर्मचारियों को मिलाकर पूरे प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान कुल 400 संविदा कर्मचारियों को हटाया गया है, उनकी सेवाओं को समाप्त करते हुए आदेश भी जारी किए गए हैं।
जिसके बाद कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त हो गया है।मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि वॉटरशेड मिशन के संविदा कर्मचारियों को अन्य योजनाओं में संविलियन किया जाए। यदि ऐसा नही किया गया तो संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ आंदोलन करेगा।