नई दिल्ली।
पूरी दुनिया में तबाही मचा रहा कोरोनावायरस विश्व के लिए महामारी बना हुआ है। भारत ने भी यह बीमारी तेजी से अपने पांव फैला रहा है जहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार रात 8:00 बजे देश को संबोधित करेंगे। जहां मोदी कोरोना से निपटने के प्रयासों एवं covid 19 से संबंधित मुद्दों पर बात करेंगे।
बता दे कि पीएम मोदी का यह संबोधन आज रात 8:00 बजे होगा इससे पहले केंद्र सरकार के जारी निर्देश के अनुसार 22 मार्च से सभी इंटरनेशनल कमर्शियल फ्लाइट पर रोक लगा दी गई है। सरकार ने 65 साल से अधिक बुजुर्गों और 10 साल से कम के बच्चों को घर पर रहने के निर्देश दिए हैं। रेलवे और फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई है ताकि लोग सफर करने से बचें। वहीं विदेशों से आने वाली विमानों की लैंडिंग पर भी रोक लगा दी गई है। जहां एक हफ्ते के लिए सारी अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट पर केंद्र सरकार ने रोक लगाई है। दूसरी तरफ खबर आ रही थी प्रधानमंत्री मोदी आज के संबोधन में लॉकडाउन कर सकते हैं। जिस मामले में पीएमओ ने साफ कहा है कि यह खबर निराधार है और अनावश्यक रूप से लोगों के मन में दहशत पैदा करने की कोशिश की जा रही है। लोग इस बीच इन अफवाहों की वजह से बाजार में काफी मात्रा में राशन की खरीदारी कर रहे हैं। जिसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन अफवाहों को ख़ारिज किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि आज के संबोधन में प्रधानमंत्री ऐसी कोई भी घोषणा नहीं करने वाले हैं। वहीं नोएडा के कुछ इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। दिल्ली के सारे रेस्टोरेंट को भी 31 मार्च तक के लिए बंद करने के आदेश जारी हुए हैं। बताते चलें कि भारत में कोरोना अभी stage-2 पर मापा गया है।
गौरतलब हो कि इससे पहले पीएम मोदी ने कोरोना से उपजे हालात पर उच्च स्तरीय बैठक की। जहां हर तरीके से समीक्षा की गई। बैठक में कोरोना से निपटने की तैयारी एवं तरीकों पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने इस वायरस के खतरे से लड़ने के लिए तंत्र को और चाक-चौबंद करने से व्यक्ति, समुदाय और संगठनों की सक्रियता पर भी जोर दिया है। बैठक में पीएम मोदी ने राज्य सरकार मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ सेना और अर्धसैनिक बल तथा क्षेत्र के सभी स्टाफ को भी धन्यवाद कहा। दरअसल देश में कोरोना से अब तक 168 लोग के संक्रमित होने के मामले सामने आ चुके हैं। जिसके बाद सभी स्कूल कॉलेज बंद करने के आदेश दे दिए गए। धरना प्रदर्शन और सार्वजनिक आयोजनों पर रोक लगाने के साथ-साथ सभी परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया था।