जबलपुर, संदीप कुमार। कोरोना संक्रमण की चपेट में अब जबलपुर जेल के 40 कैदी भी आ गए हैं. जिसके बाद इन कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए जेल में ही अलग से एक वार्ड बनाया गया है. जेल में दो डॉक्टर भी हैं, जो लगातार इन कैदियों का इलाज कर रहे हैं। जबलपुर जेल के वरिष्ठ अधीक्षक गोपाल ताम्रकार ने बताया कि कलेक्टर ने सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर की रोज ड्यूटी लगाई है। जो जेल के डॉक्टरों की मदद करेगा।गोपाल ताम्रकार का कहना है कि उन्होंने बीते पांच महीने में कोई भी केस कोरोना का जेल तक नहीं पहुंचने दिया लेकिन जबलपुर जेल में लगातार बाहर की जेलों से कैदियों का आना-जारी है।जबलपुर की ही दो उपजेलों से कोरोना पॉजिटिव मरीज जेल पहुंचे थे। इसके अलावा बाहर से आने वाले 30 कैदियों की वजह से जेल में कोरोना वायरस आया है।
जेल अधीक्षक गोपाल ताम्रकार के मुताबिक कैदियों को ठीक करने के लिए बेहतर से बेहतर इंतजाम कर रहे हैं, लेकिन जबलपुर जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी हैं। फिलहाल जबलपुर जेल में करीब तीन हजार कैदी बंद हैं और जबकि जबलपुर जेल की क्षमता 24 सौ बंदियों के रखने की है। ऐसे में जेल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग रखना बहुत मुश्किल साबित हो रहा है. इसके अलावा वरिष्ठ जेल अधीक्षक का दावा है कि कोरोना वायरस के संकट काल से लेकर अब तक जेल गेट पर लगभग दस हजार लोगों का आना-जाना हुआ है। इसलिए जेल में कोरोना वायरस आ गया है. लेकिन किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है, अगर जरूरत पड़ी तो बंदियों को दूसरे अस्पतालों में भी शिफ्ट किया जा सकता है।