ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
मोबाइल चोरी के आरोप में जनता द्वारा पकड़कर कंपू थाने में बंद कराने के बाद सेंट्रल जेल भेजा गया आरोपी अस्पताल में शिफ्टिंग के दौरान फरार हो गया। बंदी के भागने के बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है वहीं जेल प्रशासन ने बंदी को लेकर गए दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
दो दिन पहले 5 जुलाई को कम्पू थाना क्षेत्र के अवाडपुरा में स्थानीय लोगों ने एक चोर को चोरी करते रंग हाथ पकड़ा और पीट पीट कर पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने चोर को सेंट्रल जेल भेज दिया था। जेल भेजने से पहले पुलिस ने चोर का सेम्पल जांच की लिए भेजा था जिसकी रिपोर्ट सोमवार 6 जुलाई को आई जिसमें आरोपी पॉजिटिव निकला।
सेंट्रल जेल अधीक्षक मनोज साहू ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि सोमवार रात को बंदी की पॉजिटिव रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रशासन के निर्देश पर बंदी को एंबुलेंस से दो सिपाहियों के साथ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराने भेजा था। एंबुलेंस बंदी को छोड़कर चली गई। लेकिन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने बंदी को लेने से इंकार कर दिया । उनका कहना था कि हमारे पास लिस्ट नहीं आई, यहाँ जगह भी कम है और यहाँ गंभीर मरीज रखे जाते है। इस पूरी प्रक्रिया में आधी रात हो गम। जेल प्रशासन ने जब स्थिति से एसडीएम को अवगत कराया तो बंदी को महाराजपुरा में अस्पताल में भेजने के लिये कहा गया। बंदी दोनों सिपाहियों के साथ अस्पताल परिसर में आकर बैठ गया। और एंबुलेंस आने का इंतजार करने लगा। तभी बारिश होने लगी और लाइट चली गई इस दौरान करीब एक बजे माहौल का लाभ उठाकर कोरोना पॉजिटिव बंदी भाग गया। चोर के भागते ही पुलिस ने रात को आरोपी के घर दबिश दी लेकिन वहाँ उसके पिता और छोटी बच्ची मिली लेकिन आरोपी नहीं मिला।
जेल अधीक्षक ने बताया कि लापरवाही के आरोप में सिपाही सोनू दंडोतिया रामू गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है उधर कंपू थाना पुलिस ने चोर की तलाश कर दी है। गौरतलब है यहाँ जितनी लापरवाही सिपाहियों की हुई उससे बड़ी लापरवाही जिला प्रशासन और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल प्रशासन की रही। प्रशासन ने बंदी को छोड़ने वाली एंबुलेंस को भर्ती होने से पहले ही रवाना क्यों कर दिया और फिर जब सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने बंदी को भर्ती करने से इंकार किया तो उसे वार्ड में क्यों नहीं रोका, अस्पताल से बाहर क्यों कर दिया। बहरहाल पुलिस जल्द से जल्द बंदी को तलाश रही है जिससे वो दूसरों को संकृमित ना कर पाए।