ग्वालियर, अतुल सक्सेना। किसान आंदोलन के समर्थन में आयोजित रेल रोको आंदोलन का असर ग्वालियर में भी देखने को मिला। किसानों के समर्थन में ग्वालियर में लंबे समय से धरने पर बैठे माकपा नेताओं और किसानों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। किसान और माकपा नेता ग्वालियर झांसी रेलवे ट्रैक पर लेट गए और कृषि कानून विरोधी नारे लगाते रहे।
दिल्ली की सीमाओं पर पिछले लगभग 3 महीने से जारी किसान आंदोलन के आह्वान पर आज ग्वालियर में भी रेल रोको आंदोलन किया गया। किसान आंदोलन के समर्थन में ग्वालियर में धरने पर बैठे माकपा नेताओं और किसानों मे दिल्ली झांसी रेलवे लाइन को जाम कर दिया। आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर लेट गए और कृषि कानून वापस लेने की मांग करते रहे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रेलवे ट्रैक से हटने के लिए आग्रह किया लेकिन जब आंदोलनकारी किसान और माकपा नेता नहीं माने तो पुलिस ने बल पूर्वक ट्रैक से खदेड़ दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ माकपा माकपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि ये कृषि कानून किसान और देश को बर्बाद कर देंगे। हम मोदी सरकार को इस देश को अदानी और अंबानी के हाथों में गिरवी नहीं रखने देंगे। चाहें ये आंदोलन कितना भी लंबा क्यों न चले। वरिष्ठ माकपा नेता इन विलास गोस्वामी ने कहा कि हमारा कौल 12 से 4 बजे तक था लेकिन पुलिस ने डंडे के जोर पर यहाँ से हटा दिया। लेकिन ये आंदोलन रुकेगा नहीं और तेज होगा। माकपा नेता भगवान दास माहौर ने कहा कि ग्वालियर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का गृह जिला है।वे ग्वालियर चंबल अंचल से आते हैं यहीं की जनता उन्हें जिताकर संसद भेजती है लेकिन उन्होंने आँखें बंद कर रखी हैं। ये किसान और जनता उन्हें आगे सबक सिखायेगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन रुकेगा नहीं दिल्ली बॉर्डर से जैसा आदेश आयेगा आंदोलन उस हिसाब से जारी रहेगा