महंगाई के खिलाफ माकपा का आक्रोश, शहर के सभी कोनों से निकाली पदयात्राएं

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। बढ़ती महंगाई (Inflation) के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM)ने आज सोमवार को ग्वालियर में विरोध जताया।  पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर के विभिन्न कोनों से पदयात्राएं निकाली और सरकार विरोधी नारे लगाए।  पार्टी जिला सचिव ने कहा कि अभी हमने पड़यत्रएं निकाली है अब घर घर जाकर जनता को जगाने का काम करेंगे और यदि 15 दिन में महंगाई काम नहीं हुई तो जेल भरो आंदोलन करेंगे।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि इस समय देश प्रदेश में चौतरफा महंगाई की मार से जनता परेशान हैं।  डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस एवं खाद्य तेलों सहित सभी आवश्यक सामग्रियों कीमतें बढ़ गई हैं। बिजली के बिलों को लेकर तो जनता त्राहि त्राहि कर रही है।  इसलिए सरकारों की हकीकत बताने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज सोमवार को शहर के विभिन कोनों से पदयात्राएं निकाली।

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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने सुबह 07 बजे हजीरा, बहोड़ापुर, अवाड़पुरा, बारहदरी चौराहे मुरार से पदयात्राएं निकाली  सभी पदयात्राएं फूलबाग पर पहुंचकर समाप्त हुई जहाँ ये आमसभा में परिवर्तित हो गई। यहाँ पार्टी के जिला सचिव अखिलेश यादव ने कि ये वही भाजपा है  जो महंगाई और पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती हुई कीमतों को ही मुख्य मुद्दा बनाते हुए 2014 में सरकार में आयी थी, परन्तु अब भाजपा के लिये ये मुद्दे नहीं लगते, उसे जनता की तकलीफों से कोई हमदर्दी नहीं है। उन्होंने कहा कि अच्छे दिन के सपने की बात करने वाली मोदी सरकार गरीबों की नहीं पूंजीपतियों की सरकार है।

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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव अखिलेश यादव ने कहा कि आज हमने पदयात्रा के माध्यम से आक्रोश जताया है अब हम घर घर जाकर जनता को जाग्रत करेंगे और यदि 15 दिन के अंदर महंगाई पर अंकुश नहीं लगा तो जेल भरो आंदोलन भी करेंगे।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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