जिले में लगातार बढ़ते पॉजिटिव मरीजों ने जिला प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। चार जुलाई से मरीजों की बढ़ रही संख्या ने आंकड़ा तेजी से उपर बढ़ा दिया है। रविवार को कुल 111 पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद आज फिर कोरोना विस्फोट हुआ है। अब इस संक्रमण पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन प्रभावी कार्रवाई करने के मूड में है। सोमवार को हुई कोई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ग्वालियर शहर में 7 दिन के लिए संपूर्ण लॉक डाउन (कर्फ्यू) लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान आवश्यक वस्तुएं जिनमें दूध, सब्जी एवं दवाओं की उपलब्धता के लिए कुछ समय के लिए छूट रहेगी। शेष समय संपूर्ण शहर पूरी तरह बंद रहेगा। बैठक में लिए गए निर्णय को राज्य शासन को भेजा गया है। शासन से स्वीकृति प्राप्त होने के पश्चात लॉकडाउन के आदेश पारित किए जाएंगे।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण ग्वालियर में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण शहर में लॉकडाउन की आवश्यकता को देखते हुए कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में विस्तार से चर्चा कर महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। बैठक में क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, जिला पंचायत की प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष मनीषा भुजवल यादव, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, नगरनिगम आयुक्त संदीप माकिन, एडीएम किशोर कान्याल, एडीशनल एसपी पंकज पाण्डे, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, मदन कुशवाह, भाजपा के ग्रामीण अध्यक्ष कौशल शर्मा, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव प्रवीण अग्रवाल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा, समाज सेवी भूपेन्द्र जैन के साथ ही विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित क्राइसिस मैनजमेंट की बैठक में उपस्थित लगभग सभी सदस्यों ने लॉकडाउन लगाने का प्रस्ताव दिया जिसके बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए शहर में 7 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया जाए। लॉकडाउन लागू करने से पूर्व शहरवासियों को उसकी सूचना अवश्य दी जाए। लॉकडाउन के दौरान अनावश्यक रूप से लोग ना निकलें इसके लिए सख्ती से पालन भी सुनिश्चित किया जाए। आम नागरिकों के लिए आवश्यक वस्तुओं में दूध, सब्जी की उपलब्धता की व्यवस्था भी की जाए। इसके साथ ही चिन्हित मेडिकल स्टोर भी लोगों को दवा की उपलब्धता के लिए खुले रखे जाएं। बैठक में यह भी तय किया गया कि ऐसे उद्योग जिनमें श्रमिकों को वहीं पर रख कर कार्य कराया जा सकता है उन्हें अनुमति प्रदान की जाए। जिले की सीमा को सील किया जाए और आवश्यकता को देखते हुए शहर में आने व जाने वालों के लिए पास की व्यवस्था की जाए। बैठक में यह भी तय किया गया कि संक्रमण को देखते हुए लोगों में जागरूकता के लिए विशेष प्रयास किए जाए।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में जो महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं उनके आधार पर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है। शासन की अनुमति के पश्चात ही आदेश पारित किए जायेंगे। आदेश पारित करने से पूर्व लोगों को इसकी सूचना दी जाएगी। उसके पश्चात ही लॉकडाउन लागू किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन आवश्यक है। इसके साथ ही हम सभी को भी लोगों को जागरूक करने और संक्रमण की रोकथाम के लिए सावधानी बरतने की अपील आमजनों से करना चाहिए। इसके साथ ही शहर में सामाजिक, धार्मिक एवं राजनैतिक ऐसे कोई कार्यक्रम आयोजित ना किए जाए जिनमें बडी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट के सभी सदस्य भी इस दिशा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें तथा आमजनों को भी कोरोना से संक्रमण की रोकथाम हेतु सावधानी बरतने की अपील करें।