दतिया, सत्येन्द्र सिंह रावत
अभी हाल में आइसीएमआर ने एक बहुत ही सस्ती दवा डेक्सामेथासोन को कोविड मरीज़ों के लिए उपयोग की अनुमति दी है। जिसके परिणाम अच्छे आए हैं। ऐसी ही एक और दवा जिसका ब्रांड नेम एविल है और जिसे क्लोरफेनिरामिन कहा जाता है। का उपयोग मरीज़ों जिनका ओक्सीजन सेचुरेसन 90 से 95 प्रतिशत हो। में अच्छा परिणाम दे रहा है। इसका कारण यह है कि यह एंटी हिसटामिनिक दवा , एनफ़्लमेटेरी स्टोर्म को रोकती है और , एंड ओरगन डेमेज़ को नियंत्रित कर मरीज़ को लाभ पहुँचाती है।
हालाँकि इस दावे के समर्थन में , ड़ा हेमंत कुमार जैन जो शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक हैं ने कहा कि उनके निजी क्लिनिक पर क़रीब १२ मरीज़ , पिछले १ महीने में आए जिनकी उम्र 40 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक थी और जिनका ओक्सीजन सेचुरेसन 90 से 95 प्रतिशत था और उनके चेस्ट एक्सरे में पेची निमोनीटिस भी थी , हालाँकि इन मरीज़ों क़ी कोविड 19 क़ी रिपोर्ट निगेटिव थी परंतु लक्षण पूर्ण रूप से कोविड १९ के लग रहे थे। जिसमें तेज बुख़ार , कमजोरी , सुखी खांसी और स्वाँस लेने में परेशानी होना प्रमुख लक्षण थे।
एविल और डेक्सामेथासोन के साथ साथ , एंटीबायोटिक ,ब्रोंको- ड़ाईलेटर , और पेरासिटामोल का मिश्रण दिया गया ,
क़रीब 5 से 7 दिन के इलाज से मरीज़ क़ी हालत में सुधार आया और उनका ओक्सीजन सेचुरेसन भी बढ़ा और स्वाँस क़ी परेशानी भी कम हुयी । ड़ा हेमंत जैन ने कहा कि अगर मरीज़ों को इस दवा क़ी खुराक अगर शुरुआत में ही जब उनका ओक्सीजन सेचुरेसन 95 प्रतिशत या उससे कम होने लगे तब दिया जाए तो १०० प्रतिशत लाभ क़ी उम्मीद क़ी जा सकती है।