संजय पाठक की कंपनियों और सहारा को ईओडब्ल्यू का नोटिस, जमीन खरीदी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया

EOW ने भाजपा विधायक के परिवार की कंपनी के संचालकों और सहारा से नोटिस के माध्यम से सवाल कर 7 दिन के भीतर जवाब मांगा है

Gaurav Sharma
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  1. कंपनियों पर 1000 करोड़ रुपए की कीमत की जमीनों को 91 करोड़ रुपए में खरीदने का आरोप है
  2. EOW ने SEBI की ब्रांच बैंक से नोटिस दे सवाल किया है

Sahara Land Scam : भोपाल में पिछले दिनों दो बड़े हाई प्रोफाइल मामले सामने आए जिनमें से एक था सौरभ शर्मा का मामला तो वहीं दूसरा सामने आया बिल्डर राजेश शर्मा का मामला। जांच एजेंसियों ने तत्परता से काम करते हुए दोनों ही मामलों में कई बड़े खुलासे किए हैं। इनमें से एक खुलासा था शहर की जमीनों की खरीदी बिक्री में गड़बड़ी का। मामले के सामने आते ही जांच एजेंसियों को यह समझ में आया की 310 एकड़ ज़मीन जिसकी कीमत बाजार भाव से लगभग 1000 करोड़ रुपए की थी उसे 90 करोड़ रुपए यानी कौड़ियों के दाम में खरीद लिया गया।

भोपाल, जबलपुर, कटनी की जमीनें

इन जमीनों की खरीद फरोख्त मुख्यतः भोपाल, जबलपुर और कटनी में की गई। जांच पड़ताल में भाजपा विधायक संजय पाठक के परिवार की कंपनियों और शहर के अधिकारियों के नाम इस मामले में सामने आए। अब इस मामले में EOW ने संजय पाठक की कंपनियों और सहारा को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया है।

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EOW के कंपनी संचालकों और बैंक से सवाल

EOW ने खरीदार कंपनियों के संचालकों को नोटिस के माध्यम से सवाल भी किए हैं जिनका जवाब 7 दिन के भीतर देने की नोटिस में समय सीमा भी लिखी गई है। ईओडब्ल्यू द्वारा पूछे गए मुख्य सवाल हैं

1.⁠ ⁠कितनी कंपनियों द्वारा रजिस्टर करवाई गई है?
2.⁠ ⁠इन कंपनियों की शेयर होल्डिंग किन-किन व्यक्तियों के नाम है और जमीन खरीदने के लिए पैसा कहां से आया?

कंपनी के संचालकों के अलावा ईओडब्ल्यू ने उस बैंक को भी नोटिस जारी किया है जहां सेबी का मुंबई का खाता चलता है। नोटिस के माध्यम से ईओडब्ल्यू ने बैंक से सवाल किया है की जमीन बेचने के बाद सहारा ने आपके बैंक में जो रकम जमा कराई है वह कितनी है? बैंक को भी जवाब देने के लिए EOW ने 7 दिन की समय सीमा तय की है


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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