मंदसौर।तरुण राठौर।
अंधेरी नगरी चौपट राजा वाली कहावत इस समय आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर चरितार्थ हो रही है। क्योंकि ठेकों पर चारगुना रेट में दारू बेची जा रही है। जबकि वहीं दारू बिलेक में उसकी आदि कीमत में मिल रही है। जिससे शासन को रोज हानि हो रही है। ठेकेदार जमकर दारू को बैलेक कर रहे है। जिससे की वह जमकर चांदी काट सके। ओर यह सब आबकारी विभाग की नाक के नीचे बड़ी आराम से किया जा रहा है। और उन्हें इसकी भनक तक नहीं है। जो अपने आपमें एक बड़ा प्रश्न है।
जब इसको मामले को लेकर आबकारी से बात की तो वह दिखाने की बात करते है। जिससे साफ नजर आ रहा है। कि आबकारी किस प्रकार से ठेकेदारों के साथ मिलकर शासन को राजस्व की हानि करा रहे है। इससे पहले भी बड़ी कीमत में ठेका लेकर ठेकेदार ने शासन को बड़ा चुना लगाया है। जिसमें आबकारी विभाग का अधिकारी भी शामिल था। जिसका ट्रांसफर डिंडोरी कर दिया है। उसके बाद एक बार फिर से बड़े रेट में ठेका हुआ है। जिसमें बहुत कम पैसे जमा कर है जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। यदि अभी अधिकारी नहीं समले तो एक बार फिर से राज्य को करोड़ो को चुना लग जाएगा। क्योंकि सरकार ने उससे जिले के सारे ठेके दे दिए है। पर वह मनमानी कीमत में दारू बैच रहे है।