आलीराजपुर, यतेन्द्र सिंह सोलंकी। जिले में आम की मंडी आरंभ होते ही विवाद भी शुरू हो गया। जहां प्रशासन कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) का हवाला देकर इसे रोकना चाहता था। प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों से आम लेकर आए किसानों के ट्रैक्टर और विभिन्न वाहनों को मंडी के बाहर रोक दिया। जिससे किसान परेशान होने लगे। किसानों की परेशानी की बात जब कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेश पटेल, विधायक मुकेश पटेल (MLA Mukesh Patel) और जयेस के नेता विक्रम चौहान और अरविंद कनेश को पता चली तो वे भी तुरंत मंडी पहुंचे और किसानों के आम मंडी में बेचने के लिए कहने लगे। इसी बीच प्रशासन ने मंडी के आरतीए ठेकेदार को थाने ले जाकर बैठा दिया जिससे गहमागहमी की स्थिति निर्मित हो गई।
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नाराज विधायक मुकेश पटेल और कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने किसानों की पैरवी करते हुए कहा कि यदि आम नहीं बिका तो यह कल तक खराब हो जाएगा और इन किसानों को मंडी द्वारा सूचना दी गई थी 17 मई से मंडी में आम की बिकवाली आरंभ हो जाएगी। ऐसे में किसान आम की उपज लेकर मंडी पहुंचे थे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने प्रशासन के इस रवैए की आलोचना करते हुए प्रशासन को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि अलीराजपुर कलेक्टर और एसडीएम का व्यवहार तानाशाही भरा है। वह किसानों के लिए भी सोचे क्योंकि कोरोना वुरफेव के चलते सभी परेशान हो रहे हैं।
कांग्रेस विधायक मुकेश पटेल ने कहा कि प्रशासन को गरीबों और किसानों के हित में सोचना चाहिए। कोरोना कर्फ्यू के चलते सभी परेशान है। हम किसानों की हितों में आवाज उठाते रहेंगें। मैं मांग करता हूं की आम मंडी नियमों के तहत संचालित हो। किसान अपनी उपज बेच कर आमदनी करते है तो, प्रशासन को इसमें सहयोग करना चाहिए।