नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। महाराष्ट्र में जारी भीषण सियासी संग्राम के बीच एक बड़ी बात निकलकर सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक शिंदे के बागी होने से जब उद्धव सरकार पर अल्पमत में आने का खतरा मंडराने लगा था, तब इस सब से तंग आकर उद्धव ने दो बार इस्तीफा देने का मन बना लिया था लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। बताया जा रहा है हाल ही में जब उद्धव ने फेसबुक पर लाइव संबोधन दिया था, उस समय वह इस्तीफे की घोषणा करने वाले थे।
उधर, बागी दल में शामिल विधायक दीपक केसरकर ने कहा, ” हम शिवसेना और बीजेपी की सरकार चाहते हैं।प्रदेश में बेहतर सरकार बनेगी तो बेहतर काम होगा।” उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में है। अब उद्धव ठाकरे सरकार को हार मान लेनी चाहिए और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
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आपको बता दे, लगभग पिछले एक हफ्ते से चले आ रहे इस राजनीतिक घमासान का जल्द ही नतीजा आ सकता है। सूत्रों की माने तो राज्यपाल किसी भी समय फ्लोर टेस्ट की बात कह सकते हैं।
लेकिन इस बीच प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है। उधर उद्धव के बेटे आदित्य ने शिंदे गुट के बागी विधायकों को भगोड़ा कहा है। उन्होंने कहा, “अगर वह बागी है तो उन्हें दूसरी जगह जाकर छुपने क्या जरुरत है, जो बागी होते है वह भागते नहीं है। वे सामने आएं और आंख में आंख डालकर हमसे बात करें। यह राजनीति नहीं, सर्कस बन गया है। यह बागी नहीं भगोड़े हैं। जो भागकर जाते हैं, वे कभी जीतते नहीं हैं। वहीं उन्होंने कहा कि कुछ विधायक हमारे साथ हैं। जो वापस आना चाहते हैं, उनका स्वागत है।”