मध्यप्रदेश में नहीं थम रहे Rape के मामले, सागर में 14 साल की नाबालिग हुई हवसी भेडियों की शिकार

सागर,डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में बच्चियों के साथ गैंगरेप (Gang Rape)की वारदात थमने का नाम नहीं ले रही है। एक भी दिन ऐसा नहीं जाता है जब प्रदेश में एक भी गैंगरेप या रेप के मामले सामने ना आते हो। एक बार फिर प्रदेश के सागर में 14 साल की नाबालिग बच्ची (Minor) के साथ 70 साल के बुजुर्ग समेत तीन लोगों ने गैंगरेप (Gang Rape) की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने मार्ग कायम कर आरोपियों को गिरफ्तार (Gang Rape Accused Arrested) कर लिया है।

दुष्कर्म के आरोपियों (Rape Accussed) ने पहले तो बच्ची को अगवा किया और उसके बाद उसके साथ रेप किया और फिर उसे छोड़ दिया। आधी रात को बच्ची सड़क पर संदिग्ध हालत (Suspicious condition) में फिर रही थी। इस दौरान कुत्ते भी बच्ची के पीछे पड़ गए थे। सागर विश्वविद्यालय के कर्मचारी द्वारा लड़की को संदिग्ध हालत में पाया गया, जिसके बाद कर्मचारी ने तुरंत बच्ची को कुत्तों से बचाया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार कर लिया है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।