गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा की राज्यपाल से मांग, कमलनाथ पर राष्ट्रद्रोह की कार्रवाई हो 

Atul Saxena
Published on -

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने मध्यप्रदेश की राज्यपाल से मांग की है कि देश और प्रदेश में भ्रम फैला रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ (Kamal Nath) जैसे लोगों पर धारा 188 के तहत कार्रवाई हो।  डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने कहा कि कमल नाथ (Kamal Nath) के ऊपर राष्ट्र द्रोह जैसी कार्रवाई होनी चाहिए।

गृह मंत्री एवं मध्यप्रदेश सरकार के प्रवक्ता डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने कमल नाथ (Kamal Nath) पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में भय और भ्रम का माहौल बनाने का काम कांग्रेस और कमलनाथ जैसे लोग कर रहे हैं। कोरोना को इंडियन कोरोना कहकर ये लोग देश को बदनाम कर रहे हैं। डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने कहा कि ये टूल किट से जुड़े लोग हैं निश्चित ही कमल नाथ (Kamal Nath) के तार टूल किट से जुड़े हुए हैं।

ये भी पढ़ें – मशहूर पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा का निधन, चिपको आंदोलन में निभाई थी अहम भूमिका

डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने कहा कि कमल नाथ (Kamal Nath) जैसे एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा बिना प्रमाण के कह देना कि मध्यप्रदेश में कोरोना (Corona) से एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई ये संख्या डेढ़ लाख भी हो सकती है। ये चिंता और निंदा का विषय है। डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यदि कमल नाथ के पास एक का भी प्रमाण है तो मीडिया के माध्यम से जनता के सामने लाएं।  मुझे मालूम  है कि 1984 के सिख दंगों के बाद कमल नाथ को लाशें गिनवाने की आदत है तो यहाँ भी गिनवाएं, प्रमाणित करें।

ये भी पढ़ें – सिंधिया ने क्यों डिलीट किया राजीव गांधी पर अपना ट्वीट, कांग्रेसी नेता ने उठाएं सवाल

डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमल नाथ भ्रम की स्थिति पैदा कर मध्यप्रदेश में भय का माहौल बनाना चाहते है यह लोग मध्यप्रदेश और देश का नाम खराब करना चाह रहे हैं जो राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है मैं मध्यप्रदेश की राज्यपाल  से निवेदन करता हूँ कि समाज में भय और भ्रम फैलाने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ संविधान की धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई करने के आदेश प्रदान करें और कमलनाथ जैसे लोगों पर राष्ट्रद्रोह की कार्रवाई की जाये।  डॉ नरोत्तम मिश्रा ने चुनौती देते हुए कहा कि कमल नाथ जी आपने जो कहा है उसे साबित करें, प्रमाणित करें , यदि आप प्रमाणित कर देंगे तो मैं अपना त्यागपत्र सौंप दूंगा।

 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News