भिण्ड।गणेश भारद्वाज
भिण्ड जिले के जिला खनिज अधिकारी आरपी भदकारिया एवं पॉवरमेक कम्पनी के कथित गठजोड़ को लेकर पूर्व विधानसभा प्रत्याशी डॉ रमेश दुबे में बड़ा मुद्दा बनाकर चम्बल सम्भाग कमिश्नर रविन्द्र मिश्रा से शिकायत की थी, तत्पश्चात आयुक्त रविन्द्र मिश्रा ने भिण्ड कलेक्टर एवं जिला खनिज अधिकारी को पत्र लिखकर सम्पूर्ण ब्यौरा मांगा जिसके चलते जिला खनिज अधिकारी आरपी भदकारिया ने पूर्णतः अस्पष्ट, आधी अधूरी एवं झूठी रिपोर्ट बनाकर चम्बल आयुक्त को सौंपी।
जिसे लेकर डॉ रमेश दुबे ने कमिश्नर से मिलकर पुनः लिखित शिकायत देकर कहा कि जिला खनिज अधिकारी ने जो रिपोर्ट पेश की है वो पूरी तरह असत्य एवं गुमराह करने वाली है। इसकी विधिवत जांच की जाए। उक्त पत्र के संदर्भ में चम्बल कमिश्नर रविन्द्र मिश्रा ने कल जिला खनिज अधिकारी को नोटिस जारी कर 15 दिवस में जवाब देने की कहा एवं जवाब से असंतुष्ट होने की स्थिति में पदीय कर्तव्यपरायणता से विमुख होने की स्थिति में निलंबन की कार्यवाही की कहा है।
आज आयुक्त चम्बल सम्भाग के द्वारा एक जांच कमेटी का गठन किया गया जिसमें मुख्य जांच अधिकारी अपर कलेक्टर भिण्ड को बनाया गया है एवं 7 दिवस में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने की कहा है।
विदित है कि डॉ रमेश दुबे विगत कई वर्षों से लगातार अवैध उत्खनन को लेकर शासन प्रशासन के समक्ष आवाज उठाते आये हैं एवं नई सरकार के गठन के बाद पॉवरमेक कम्पनी के कथित गठजोड़ की वजह से सिंध नदी की दुर्दशा को देख डॉ रमेश दुबे ने अपनी आवाज और बुलंद की है और लगातार वो इस अवैध व्यापार, संलिप्त खनिज अधिकारी एवं पॉवरमेक कम्पनी पर हमलावर रुख अख्तियार किये हैं। जिले का आम जनमानस को भी अब डॉ रमेश दुबे से आस है कि शायद उनके अथक प्रयासों से सिंध नदी का अस्तित्व बच जाए।