भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा के मामले में रोज रोज नए मोड़ आ रहे है। अब
मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) द्वारा निलंबित किए जाने मामले में अब शर्मा सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) जाने की तैयारी में है, हालांकि इसके पहले उन्होंने आईपीएस एसोसिएशन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) को पत्र लिखकर अपना पक्ष रखा है।
दरअसल, पुरुषोत्तम शर्मा ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की गई सस्पेंड की कार्रवाई को गलत ठहराया है। उनका कहना है कि नोटिस का जवाब पढ़े बिना ही निलंबन किया गया। वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने अपना पूरा पक्ष रखा है। उन्होंने पत्र में खुद को पत्नी से पीडित बताया है। उन्होंने लिखा है कि मेरे द्वारा पेश किए गए तथ्यों पर गौर नही किया गया।मैंने स्पष्ट रुप से लिखा है कि मेरे खिलाफ कोई आपराधिक प्रकरण , किसी भी प्रकार की जांच या शिकायत पंजीकृत नही है।इसलिए मेरे खिलाफ जो निलंबन की कार्रवाई की गई है उसे बहाल किया जाए।
इसके साथ ही निलंबन से वापस बहाली के लिए अपीलेट कमेटी में पुनर्विचार के लिए अपील करेंगे। अगर इसके बाद भी सुनवाई नही हुई तो प्रशासनिक अधिकारियों के लिए बने सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल में अपील करुंगा। यदि ट्रिब्यूनल में सुनवाई नहीं होती है, तो इसके बाद हाईकोर्ट जाउंगा और इंसाफ मांगूंगा। हालांकि उन्हें पूरी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री चौहान उनके पक्ष पर विचार करेंगे और उन्हें न्याय मिलेगा और वे दोबारा सम्मान के साथ नौकरी में वापसी करेंगे।
आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा (IPS Purushottam Sharma) ने बताया कि उनकी पत्नी उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। उनसे ऐसी डिमांड की गई है, जिसे वे जीवनभर पूरा नहीं कर पाएंगे। प्लानिंग के तहत वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया। अब उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। उनकी डिमांड पूरी नहीं करने पर FIR दर्ज करने की धमकी दी जा रही है। आरोप है कि पत्नी की तरफ से एक करोड़ रुपए, शर्मा की आधी सैलरी और आधी पेंशन के साथ कई जगहों पर घर की डिमांड की गई है।
यहां विस्तार से पढ़िए वीडियो वायरल से लेकर निलंबन तक आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा की पूरी कहानी
क्या है पूरा मामला
दरअसल, सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल (Video Viral) हुआ था, जिसमें मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा (Purushottam Sharma) अपनी पत्नी से बेरहमी से मारपीट करते हुए नजर आ रहे थे। पुरुषोत्तम शर्मा पर आरोप लग रहे थे कि उन्हें उनकी पत्नी ने घर के बाहर आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हाथों पकड़ लिया था, वह किसी दूसरी महिला एंकर के साथ थे। इसके बाद जब पुरुषोत्तम शर्मा घर पहुंचे तो उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की। इस मारपीट के दौरान पुरुषोत्तम शर्मा के हाथ में चोट भी आई है। इस वीडियो में वो अपनी पत्नी को धमकी देते हुए कह रहे थे कि उनके निजी मामलों के बीच वो न आएं, यह मामला गृह मंत्री और पुलिस महानिदेशक तक पहुंच गया था। उनके बेटे, जो कि आईआरएस (IRS) बताए जा रहे हैं, ने इस वीडियो के साथ गृहमंत्री, मुख्यसचिव और डीजीपी के पास शिकायत की थी, जिसके बाद कार्रवाई की गई है। घटना के बाद पुरुषोत्तम को पद से हटा दिया गया था और उनका लोक अभियोजन संचालनालय से डीजी गृह विभाग मंत्रालय में ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद राज्य शासन ने निलंबन की कार्रवाई की।
गृह विभाग ने की निलंबन की थी कार्रवाई
पुरुषोत्तम शर्मा (Purushottam Sharma 1986 batch) विशेष महानिदेशक (Special Director General) को जारी स्पष्टीकरण सूचना का प्राप्त जवाब असंतोषजनक और असमाधानकारक पाए जाने पर राज्य शासन द्वारा तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित (Suspended) कर दिया गया है। घरेलू हिंसा और नैतिक पतन के प्रथम दृष्टया कदाचारण के दृष्टिगत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर पुलिस मुख्यालय (Police HQ) नियत किया गया है। पद से हटाए जाने के बाद राज्य सरकार ने भी वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए पुरुषोत्तम शर्मा को नोटिस जारी कर कहा गया था कि सोशल मीडिया पर आपसे संबंधित दो वीडियो वायरल हुए हैं, जिसमें आपके द्वारा अनैतिक आचरण और पत्नी के साथ घरेलू हिंसा किया जाना, प्रथम दृष्टया परिलक्षित हो रहा है। यह कृत्य अनुशासनात्मक कार्रवाई का कारण बनता है।इसके बाद यह कार्रवाई की गई।
5 अक्टूबर को महिला आयोग में होना होगा हाजिर
इधर, मामला राज्य महिला आयोग पहुंच गया है। राज्य महिला आयोग अध्यक्ष शोभा ओझा (State Women’s Commission President Shobha Ojha) ने कहा है कि जिस तरह से वीडियो में डीजी अपनी पत्नी को पीटते नजर आ रहे हैं, वह बेहद आपत्तिजनक है। शोभा ओझा ने कहा कि हमने डीजी को नोटिस जारी कर दिया है, शर्मा को 5 अक्टूबर को हाजिर होने के लिए कहा है। उनके जवाब देने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समर्थन में उतरी बेटी, आरोपों का किया खंडन
वहीं मामला गर्माने के बाद आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा (IPS Purushottam Sharma) के वायरल वीडियो और पत्नी से मारपीट मामले में अब बेटी पिता के समर्थन में उतर आई है। बेटी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) और डीजीपी (DGP) को पत्र लिखा है और सारे आरोपों को सिरे से खंडन किया है। पुरुषोत्तम की बेटी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर अपने पिता के खिलाफ चलाए जा रहे दुष्प्रचार की बात लिखी है। खुद पुरुषोत्तम शर्मा कह चुके हैं कि वे हर संभव अपने परिवार को एक सूत्र में बांधे जाने के लिए लगातार प्रयास करते रहे हैं और हर संभव उन्होंने यही कोशिश की है कि परिवार में एकता बनी रहे। उनकी बेटी के लिखे पत्र में भी इस बात की पुष्टि होती है जिसमें उसने अपनी मां के ऊपर पिता के ऊपर बेवजह शक करने, उनके साथ मारपीट करने ,दुव्यवहार करने की अनेक घटनाओं का उल्लेख किया है। बेटी ने अपने पत्र में मां को गंभीर रूप से मानसिक शक्की भी बताया है।
न्यूज एंकर थाने में पत्नी और बेटे की कर चुकी है शिकायत
सीनियर आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा (IPS Purushottam Sharma) के मामले में न्यूज एंकर महिला ने पुरुषोत्तम शर्मा की पत्नी और बेटे के खिलाफ शाहपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।इसमें लिखा है कि DG साहब मेरे पिता तुल्य है, मैं एक प्रतिष्ठित परिवार से हूं और मेरा 11 साल का बेटा भी है। पत्रकारिता से जुड़े होने के कारण मेरा अधिकारियों और राजनेताओं के साथ उठना बैठना है। मेरी नौकरी दांव पर है, साथ ही उसने डीजी की पत्नी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है। उन्होंने आगे लिखा है कि डीजी साहब घर के पास से गुजर रहे थे , फोन आया तो मैंने चाय ऑफर की थी, उनकी पत्नी ने कुछ समझ लिया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद चैनल में मेरी नौकरी अब दांव पर लगी है। सोशल मीडिया तथा मीडिया मैं वायरल वीडियो (Viral Video) के चलते मेरी निजता का हनन हुआ है। कृपया उचित कार्रवाई करें।