Hurry Up! Apex Bank ने निकाली ऑफिसर ग्रेड के पदों पर भर्तियां, ऐसे करें अप्लाई

भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। बैंक में नौकरी करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। एमपी राज्य सहकारी बैंक मर्यादित यानी कि अपेक्स बैंक (Apex Bank) ने ऑफिसर ग्रेड के पदों (Officer Grade Position) के लिए भर्तियां (Vacancy) निकाली है। निकाली गई भर्तियों के लिए बैंक द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी (Issued Notification) किया गया है। ऑफिसर ग्रेड भर्ती के लिए उम्मीदवार 31 जनवरी 2021 तक या उससे पहले आवेदन कर सकते है। सारे प्रोसेस पर खरे उतरने के बाद चयनित उम्मीदवारों को अपेक्स बैंक के हेड ऑफिस के साथ ही इसकी अन्य शाखाओं में नियुक्तियां दी जाएगी।

बैंक द्वारा कुल 29 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इच्छुक उम्मीदवार बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट www.apexbank.in पर जा कर अपना अवेदन भर (Application filled) सकते है। याद रहे कि 31 जनवरी तक ही उम्मीदवार अपना अवेदन कर सकते है। फॉर्म भरने का शुल्क जनरल, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस (General/OBC/EWS) के लिए 1200 रुपए है, वहीं एससी/एसटी, पीडब्ल्यूडी (SC/ST/PWD) वालों के लिए फॉर्म शुल्क 900 रुपए निर्धारित किया गया है। उम्मीदवार परीक्षा के सात दिन पहले अपना कॉल लेटर (Call Letter) निकाल सकते है। प्रीलिम्स एग्जाम होने के 3 दिन बाद परिणम घोषित (Result declaration) कर दिया जाएगा। मेन एग्जाम का भी कॉल लेटर परीक्षा के 7 दिन पहले निकाला जा सकेगा, वहीं इसका रिजल्ट एग्जाम के 10 दिन बाद घोषित किया जाएगा।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।