इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में लंबे समय से नकली इंजिन ऑयल बनाकर बाजार में बेचने वाले की एक फर्म के संचालक पर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने संयुक्त रूप से दबिश देकर बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के परिवहन नगर में जैन एंटरप्राइजेस नाम से संचालित ऑयल कंपनी पर हुई छापामार कार्रवाई में ये बात सामने आई कि नामी कंपनियों के इंजिन ऑयल को बाजार में भिजवाया जाता था। कैस्ट्रोल, सर्वो और हीरो सहित अन्य ऑयल कंपनियों के नकली डिब्बे और लेबल लगाकर हूबहू आली जैसा बनाया जाता है था।
जिसके लिए बकायदा मशीनरी का उपयोग किया जाता था। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद द्वारकापुरी पुलिस और क्राइम ब्रांच पुलिस ने परिवहन नगर में जैन इंटरप्राइजेज के नाम से संचालित किए जा रहे। आयल कंपनी पर पुलिस ने अचानक छापामार कार्रवाई करते वहां से शैलेंद्र जैन नामक संचालक को गिरफ्तार कर मौके से नकली ऑयल के कई ड्रम बरामद किए हैं।
मौके से कई नामी कंपनियों के ऑयल के डिब्बे भी मिले है। जिनमे भरकर ये नकली ऑयल बाजार में बेचा जाता था। द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के एसआई विकास पाटिल ने बताया कि पूरे मामले कई धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया और मामले में आरोपी संचालक से पूछताछ जारी है। वही पुलिस ये भी पता लगाने में जुटी है।, आरोपी शैलेन्द्र जैन कहां से माल लेकर आता था और कहां इस नकली माल को खपाया जाता था।
इंजिन ऑयल वाहन की उम्र कम कर देता है
दरअसल, इस तरह से नकली ऑयल बनाने वाले बाजार से पुराने ऑयल याने जो ऑयल आपके दोपहिया या चार पहिया वाहन में डालते समय निकाला जाता है उसे खरीद लेते है और फिर उसमें केमिकल का उपयोग फिर से नया बनाकर नामी कंपनियों के लेबल लगाकर उसे बाजार में बिकने के लिए उतार देते है। ये आइल जब आपके वाहन में डाला जाता है इंजिन को उतनी मजबूती नही मिलती है जितनी कि फ्रेश ब्रांडेड इंजिन ऑयल से मिलती है लिहाजा, वाहन में कई दिक्कतें आनी शुरू हो जाती है।