भोपाल।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज लाइव प्रेसवार्ता कर शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला।कमलनाथ ने कहा कि अगर समय रहते ही प्रदेश में लॉक डाउन कर दिया जाता तो ये हालात नहीं होते। 8 मार्च से सभी विधायक प्रदेश के बाहर बैठे हुए थे। किंतु तब मैंने 12 मार्च को स्कूल कॉलेज सभी को बंद कर दिया गया था। किंतु केंद्र की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया क्योंकि वो प्रदेश की सरकार को गिराने के लिए इंतजार कर रहे थे। जबकि कांग्रेस सरकार ने जब विधानसभा स्थगित करने की मांग की तो सभी दलों द्वारा उसका मजाक उड़ाया गया था। किंतु जैसे ही शिवराज सिंह की सरकार बनी है उसके 1 दिन के बाद से ही लॉक डाउन लागू कर दिया था।
कमलनाथ यही नही रुके उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने 12 फरवरी को ही आगाह किया था कि कोरोना संकट आने वाला है लेकिन केंद्र सरकार मध्य प्रदेश की सरकार गिराने में लगी थी। मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए कॉलेज और मॉल बंद कर दिए थे। हमने कदम उठाने शुरू कर दिए थे ।हमने अपने एक प्रकार का लॉक डाउन शुरू किया था लेकिन केंद्र सरकार इंतजार कर रही थी कि नया मुख्यमंत्री शपथ लें। हमारे विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा कोरोना के कारण स्थगित करने की घोषणा की गई थी तब इसे मजाक उड़ाया गया था ।केंद्र ने शिवराज के शपथ लेने के बाद लॉकडाउन शुरू किया।
तन्खा का समर्थन
वही उन्होंने राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का समर्थन करते हुए कहा कि जल्द मंत्रिमंडल बने।शिवराज जनता का मजाक उङा रहे है।मुख्यमंत्री हमारे साथ लगातार चर्चा में रहते हैं और हम एक दूसरे को सुझाव देते रहते हैं। हम सरकार के साथ हैं लेकिन हमारी एक दरकार है कि जल्दी से मंत्रिमंडल का निर्माण हो।
जितने टेस्ट होंगे उतने कोरोना पॉजिटिव निकलेंगे
नाथ ने आगे कहा कि केवल शहरी चित्रों में टेस्टिंग हो रही है ।ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग नहीं है ।जितना टेस्ट कम करोगे उतना कम करोना निकलेगा ।मध्यप्रदेश में टेस्ट बहुत कम हो रहे हैं। प्रदेश में तो 10 लाख में से गिने-चुने लोगों की ही टेस्टिंग हो पा रही है। जैसे सरकार की मुहिम है जैसे कि जितने कम टेस्ट होंगे उससे कम कोरोना पीड़ित निकलेंगे। पांच राज्य से घिरे होने के कारण मध्य प्रदेश के आसपास के इलाके से मजदूर वापस घर आएं किंतु किंतु उनकी जांच नहीं हो पा रही है क्योंकि टेस्टिंग किट का अभाव है।
मंत्रिमंडल को लेकर उठाए सवाल
नाथ ने कहा कि कि मध्य प्रदेश में अभी तक मंत्रिमंडल नहीं है किंतु इस गंभीर हालत में कोई मंत्रिमंडल का ना होना यह तो जनता के मजाक बनाने की बात है। बीजेपी ने जिस तरह सरकार बनाई है उनको यह नहीं बोलना चाहिए कि 24 उपचुनाव में से 22 उपचुनाव को जीत कर आए लोगों को प्रलोभन देकर अपनी तरफ खींचा गया। अब स्थानीय लेवल पर बीजेपी के कार्यकर्ता इन्हीं नेताओं को अतिक्रमण बताएंगे और उनका भविष्य चौपट है। जनता की भावना को ठेस पहुंचाया इन लोगों ने जनता मूर्ख नहीं है। जनता प्रश्न पूछना जान रही है।इसलिए इन 22 में से कितने विधायक वापस जीत पाएंगे यह सबसे बड़ी बात है।वहीं कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के कई नेता इस्तीफा दे चुके हैं जिनकी सच्चाई अभी सामने नहीं आई है। इस बीच शिवराज कैसे सरकार चलाएंगे यह बड़ी बात है। यह हमारे कृषि क्षेत्र में आई है। अभी तो सब्जी चौपट हो गई। किसानों को उनका मूल्य नहीं मिल पा रहा है। वही निवाड मालवा की सभी सब्जी चौपट हो चुकी है। किसान की कमाई घटने के बाद व्यापार कम होता है। कृषि क्षेत्र में इस तरह का बदलाव पूरे देश को प्रभावित करेगा क्योंकि प्रदेश में 70% जीवन कृषि पर आधारित है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी घेरा
तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच स्वास्थ्य के अधिकारियों के संक्रमण के आने पर कमलनाथ सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के अधिकारी मीटिंग हो रही थी। जोगी इनका सबसे बड़ा योगदान होता है ऐसे परिस्थितियों में लड़ने के लिए किंतु मध्यप्रदेश में आज स्वास्थ्य अधिकारी थे जिससे संक्रमण में आ रहे हैं। ये चिंता का विषय है।
मोदी पर हमला
वहीं प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे विश्व का संकट हमारे देश को प्रभावित करेगा।केवल ताली और थाली पीट लेने से यह संकट नहीं पीछा छोड़ेगा। देखिए हम जानते हैं कि लगभग 90% टेस्टिंग किट्स चीन में बनते हैं लेकिन हमने कब ऑर्डर किया। किंतु जो किट भारत का मिले थे वह अमेरिका को भेजा गया। किंतु भारत सरकार ने बहुत देर से टेस्टिंग किट आर्डर की जिसका खामियाजा भारत को खतरा है। यह सिर्फ बेवकूफ बनाने की साजिश है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा पूरे विश्व में टेस्टिंग किट की चर्चा कर चल रही थी उसी समय टेस्टिंग किट का आर्डर होना चाहिए था। किंतु केंद्र सरकार की अनियमितता के चलते आज प्रदेश में कोरोना इस कदर अपने पैर फैलाए हुए हैं।महामारी लगातार केंद्र सरकार की तरफ से एक तरफ करुणा महामारी लगातार फैलती जा रही है। वहीं दूसरी तरफ वेंटिलेटर और मास्क भारत से बाहर एक्सपोर्ट किया जा रहा है ओके आप इसे जायज मानते हैं इसके सवाल पर कमलनाथ कहते हैं कि बिल्कुल नाजायज था। इस परिस्थिति में अभी काम आने वाले सभी सामानों का एक्सपोर्ट बंद करना चाहिए। आज सबसे बड़ी हमारी अर्थव्यवस्था की चुनौती है