भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश(Madhya Pradesh) में आगामी उपचुनाव(By-election) को देखते हुए पार्टियों ने अपनी अपनी रणनीति पर कार्य करना शुरू कर दिया है। आगामी उप चुनाव को देखते हुए पार्टी के क्रियान्वयन और उपचुनाव पर पार्टी की स्थिति तय करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ(PCC Chief Kamalnath) मंगलवार को दिल्ली जा रहे हैं। दिल्ली दौरे पर अपने दो दिवसीय कार्यक्रम में वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करेंगे वही आगामी विधानसभा उपचुनाव को लेकर विचार विमर्श करेंगे।
दरअसल मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ दिल्ली दौरे के लिए रवाना होंगे। जहां 2 दिन तक वह आगामी उपचुनाव को लेकर पार्टी के रणनीतियों, कार्यान्वयन और प्रत्याशियों के चयन के नाम पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही हाईकमान से उपचुनाव में नेताओं की भूमिका पर भी कमलनाथ चर्चा कर सकते हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष का कमान सौंपा गया था। जिसके बाद कुछ नेताओं ने इसपर अप्रत्यक्ष तरीके से नाराजगी जाहिर की थी। वही मध्यप्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि उपचुनाव की पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस हाईकमान ने कमलनाथ को सौंपी है। जिस पर विचार विमर्श के लिए कमलनाथ दो दिवसीय दिल्ली यात्रा पर निकल रहे हैं।
दूसरी तरफ 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस लगातार जमीनी स्तर पर सर्वे का काम करवा रही है। पार्टी ने पूर्व में ही घोषणा कर दी है की जमीनी स्तर पर जनता से पूछताछ के बाद ही उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। जनता की पहली पसंद को कॉन्ग्रेस उपचुनाव में चेहरा बनाने की तैयारी में है। जिसको लेकर भी कमलनाथ दिल्ली में पार्टी हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं।
अब ऐसे में यह देखना दिलचस्प है के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े-बड़े घोषणाओं के बीच आगामी उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की क्या रणनीति होती है। इसके साथ ही किन चेहरे को उपचुनाव में जगह दी जाती है। हालांकि इतना तो तय है कि विधानसभा के उपचुनाव रोचक होने वाले हैं।