भोपाल। भोपाल की सियासी खींचतान के बीच सोमवार रात मुख्यमंत्री कमलनाथ करीब 8:30 बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे। राज्यपाल से मिलने के बाद कमलनाथ ने कहा कि मैंने अभी राज्यपाल महोदय से वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की है साथ ही बजट सत्र में उनके अभिभाषण पर उन्हें धन्यवाद अर्पित किया है। सीएम ने कहा कि मैंने राज्यपाल से कहा है कि संविधान के दायरे व नियम प्रक्रिया के तहत हम हर चीज में राजी हैं। भाजपा बार-बार कहती है कि हमारे पास बहुमत नहीं है, फ्लोर टेस्ट की माँग करती है तो हमने उन्हें कहा था कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए। अब आज वो अविश्वास प्रस्ताव लाये हैं तो हम अपना बहुमत साबित करेंगे।
सीएम ने कहा कि बीजेपी ने जो उनके 16 विधायकों को बंदी बनाकर रखा है उन्हें भी सामने लाना चाहिए ,उन्हें स्वतंत्र करना चाहिए। उन्होने कहा कि बहुमत को लेकर कोई कुछ भी कहे ,हमारे पास आज बहुमत है और हम उसे साबित भी करेंगे।
आपको दरअसल राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को सोमवार को विधानसभा बजट सत्र की बैठक में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद शक्ति परीक्षण करने के लिए आमंत्रित किया था। जहाँ सोमवार को विधानसभा सत्र के शुरू होने वाला राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति द्वारा कोरोना प्रभाव के कारण विधानसभा सत्र 26 मार्च के लिए स्थगित कर दिया गया। जिसके बाद बीजेपी ने सरकार के अल्पमत होने और फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। सोमवार को राज्यपाल टंडन ने एक बार फिर मुख्यमंत्री कमलनाथ को तो फिर लिखकर मंगलवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण करने के लिए आमंत्रित किया है। और साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा है कि अगर कमलनाथ सरकार मंगलवार को फ्लोर टेस्ट नहीं करती है तो यह सरकार अल्पमत वाली सरकार मानी जाएगी। जिसके बाद सोमवार रात 8:30 बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे।