कन्हैया कुमार थामेंगे कांग्रेस का हाथ, पार्टी मुख्यालय के बाहर लगे पोस्टर बैनर

Atul Saxena
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।  JNU छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष एवं सीपीआई नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) आज मंगलवार को कांग्रेस ज्वाइन करेंगे। सूचना है कि उनके साथ निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी (Jignesh Mevani) भी कांग्रेस का हाथ थामेंगे। कन्हैया के कांग्रेस में शामिल होने से पहले ही युवाओं में जोश है।  कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कन्हैया समर्थकों ने उनके स्वागत में पोस्टर बैनर लगाए हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) जैसे  बड़े युवा चेहरों के कांग्रेस छोड़ने के बाद चुनावों में लगातार हार का मुंह देखने वाली कांग्रेस (Congress) अब ऐसे युवा चेहरों को अपनी पार्टी में लाने की कोशिश कर रही है जिनका देश के यूथ पर खासा प्रभाव हो और इसमें उसे सबसे बड़ा चेहरा कन्हैया कुमार का दिखाई दिया है।

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राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar)की पिछले दिनों हुई मुलाकात के बाद स्पष्ट हो गया था कि JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं।  अब तक तय कार्यक्रम के मुताबिक आज मंगलवार को कन्हैया कुमार दिल्ली आईटीओ स्थित शाद भगत सिंह की प्रतिम पर माल्यार्पण करेंगे फिर कांग्रेस मुख्यालय पर पहुंचकर दिन में 3 बजे कांग्रेस  की सदस्यता ग्रहण करेंगे उनके साथ निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी भी कांग्रेस का हाथ थामेंगे।

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गौरतलब है कि जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय (JNU) में कथित देश विरोधी नारों “भारत तेरे टुकड़े होंगे” के बाद चर्चा में आये कन्हैया कुमार की पहचान तेज तर्रार नेता के रूप में बन गई। वे इस मामले में जेल भी जा चुके हैं। कन्हैया कुमार लगातार पीएम मोदी के खिलाफ बयानबाजी करते हैं। युवाओं में कन्हैया कुमार का अच्छा क्रेज हैं। बेगूसराय के रहने वाले कन्हैया कुमार ने 2019 में सीपीआई एमएल के प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन भाजपा के कद्दावर नेता गिरिराज सिंह से हार गए थे। इसी तरह निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी भी एक बड़ा युवा चेहरा है और कांग्रेस अब इसे ही भुनाना चाहती हैं।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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