ग्वालियर, अतुल सक्सेना। पूर्व की कमलनाथ सरकार (Former Kamalnath Government) में कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) रहे और मौजूदा विधायक लाखन सिंह यादव (MLA Lakhan Singh Yadav) के कांग्रेस के नेतृत्व (Congress leadership) पर सवाल उठाने का एक वीडियो सोशल मीडिया (Social media) पर जमकर वायरल हो रहा है।
वीडियो में लाखन सिंह यादव कहते ये कहते हुए नजर आ रहे है कि अगर उपचुनाव (Byelection) में भी टिकट (Tickets) को सही तरह से वितरित (Distributed) किया जाता तो कांग्रेस सभी सीटों पर जीत (Victory) हासिल करती। विधायक लाखन सिंह यादव अपने भाषण में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं (Congress Senior leaders) पर भी सवाल खड़े करते हुए नजर आ रहे हैं। कांग्रेस के इस बड़े नेता के बयान से पार्टी में चल रही गुटबाजी (groupism) भी साफ तौर पर नजर आ रही है।
पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव फरमा रहे हैं
कि कितने अपरिपक्व और नासमझ हैं
@OfficeOfKNath जी।
ध्यान से सुनिए – धरे रह गए सर्वे ।
कमलनाथ जीत रहे थे 26 सीटें @INCMP pic.twitter.com/5OmnCSIcJS— लोकेन्द्र पाराशर Lokendra parashar(Modi ka parivar (@LokendraParasar) December 25, 2020
दरअसल पूरा मामला कॉन्ग्रेस के ग्वालियर कार्यालय (Gwalior Congress Office) का है, जहां कार्यकर्ताओं की मीटिंग ले रहे लाखन सिंह यादव (Lakhan Singh Yadav) अपने भाषण में कह रहे है कि अगर 28 सीटों पर हुए मध्यप्रदेश के उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी टिकट का वितरण सही तरह से करती तो हम सभी सीटें जीत जाते । आगे लाखन सिंह यादव कहते हैं कि प्रभारी बार-बार चिल्ला रहे थे कि सर्वे के आधार पर टिकट दिए जा रहे हैं, लेकिन नतीजों ने बता दिया कि सर्वे धरे के धरे रह गए, इससे यह साफ तौर पर पता चल गया की प्रभारियों की क्या हैसियत है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि उपचुनाव की वोटिंग के दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) को फोन करके स्थिति पूछी थी तो कमलनाथ (Kamal Nath) ने उनसे कहा था कि कांग्रेस 26-27 सीटें जीत रही है, लेकिन उपचुनाव के परिणाम (By-Eletion Results) ने बता दिया कि सर्वे की क्या हालत है।
आगामी नगर निकाय चुनाव (Municipal elections) को लेकर चर्चा करते हुए हैं लाखन सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश में 15 महीने की कांग्रेस सरकार (Congress Government) ने पार्टी के कार्यकर्ताओं (Party Workers) की एक नहीं सुनी। कार्यकर्ता खुद की ही सरकार से दुखी थे। आगे ज्योतिराज सिंधिया और उनके समर्थक द्वारा कांग्रेस पार्टी छोड़े जाने के बाद बीजेपी का हाथ थामने को लेकर पूर्व मंत्री कहते हैं कि कांग्रेस छोड़कर जाने वाले विधायकों ने इतना नंगा नाच किया जिस दिन कमलनाथ की सरकार गई, उस दिन सच्चे कांग्रेसियों को काफी खुशी हुई।