खरगोन।त्रिलोक रामनेकर।
मध्य-प्रदेश के जिला खरगोन में लॉकडाउन के कारण किसानों का हजारों क्विंटल प्याज खेतों में सड़ रहा हैं। मजबूरी में किसानों को खेतों में सड़ रहे प्याज फेंकना पड़ रहे हैं। कर्जदार किसानों को फसल बर्बाद होने से कर्ज चुकाने की चिंता हैं। वहीँ खराब प्याज खेत और खलिहानों में पड़े हैं।
21 दिन के लॉक डाउन के कारण जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर बेड़िया और आसपास के क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में खेतों पर लगी प्याज फसल बर्बाद हो रही है। लॉक डाउन के कारण कई किसान प्याज नहीं निकाल पा रहे हैं, वही ज्यादातर खेतों में हजारों क्विंटल प्याज सड़ रहा है। कुछ किसान सड़ी हुई प्याज फेंकने को मजबूर है। मजदूर ना मिलने, ट्रांसपोर्टेशन ना होने और मंडी ना खुलने का कारण किसानों का हजारों क्विंटल प्याज बर्बाद हो रहा है। कर्ज लेकर प्याज फसल लगाने वाले किसानों को बर्बाद होते हुए प्याज देखकर कर्ज चुकाने की चिंता सता रही है। आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक होने के कारण किसान सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं।
वही किसानों का मानना है की यदि आठ-दस दिन में समस्या का निराकरण नहीं किया तो किसान बर्बाद हो जाएंगे। बेड़िया, जिरभार, चितावद, डूडगाँव, बागदा, बाल्या, कातोरा सहित करीब 10 गांवों के 70 से अधिक किसान प्याज की खेती करते हैं, जहां प्याज सड़ रहे हैं।