जबलपुर की सेंट्रल जेल में हुआ भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मणी का विवाह, बंदियों ने पखारे पैर, नृत्य कर मनाई खुशियां

Sanjucta Pandit
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Jabalpur News : जबलपुर की नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन धूमधाम से मंगल विवाह उत्सव मनाया गया। इस दौरान भगवान श्री कृष्ण एवं रुकमणी का विवाह कराया गया। बता दें कि जेल में ही सजा काट रहे दो बंदी श्री कृष्ण एवं रुकमणी जी के रूप में शामिल हुए और रुक्मणी हरण एवं श्री कृष्ण-रुक्मणी विवाह की मनमोहक लीला प्रस्तुत की।

जबलपुर की सेंट्रल जेल में हुआ भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मणी का विवाह, बंदियों ने पखारे पैर, नृत्य कर मनाई खुशियां

100 किलो फूलों की हुई बारिश

श्री कृष्ण-रुक्मणी विवाह के मंगल प्रसंग पर जेल अधीक्षक के निर्देश पर उप जेल अधीक्षक मदन कमलेश द्वारा गुलाब एवं गेंदा के 100 किलो फूलों की बारिश कराई गई। जिससे पूरा प्रांगण फूलों से सराबोर हो गया। वहीं, जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर ने व्यासपीठ का पूजन कर पुष्पमाला एवं पगड़ी पहनाकर सुरेंद्र दुबे शास्त्री महाराज का स्वागत किया।

आचार्य ने दिए प्रवचन

कथावाचक शिव मंदिर कचनार सिटी के मुख्य आचार्य एवं मां दक्षिणेश्वरी धाम के संस्थापक सुरेंद्र दुबे शास्त्री जी महाराज ने व्यासपीठ से रुक्मणी हरण तथा भगवान श्री कृष्ण-रुक्मणी जी के विवाह के प्रसंग का वर्णन किया। इस दौरान सुरेंद्र शास्त्री महाराज ने बंदियों के आध्यात्मिक कल्याण के लिए कई उदाहरण भी दिए, जिससे बंदियों के मन में अपराध की भावना खत्म हो और धर्म, भक्ति, शांति की धारा का प्रवाह हो।

पूजन कर की गई आरती

इस दौरान उप जेल अधीक्षक मदन कमलेश, राकेश मोहन उपाध्याय, रूपाली मिश्रा, सहायक जेल अधीक्षक अंजू मिश्रा ने श्रीकृष्ण एवं रुक्मणी जी की पूजन कर आरती की। साथ ही, जग कल्याण की भी कामना की। कथा में पंडित नीरज शास्त्री एवं जेल के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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