उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर (Mahakal) में आज अल सुबह भस्म आरती के साथ दिवाली का त्यौहार गया। ऐसे में सबसे पहले महाकाल बाबा को अन्नकूट का भोग पुजारियों द्वारा लगाया गया। साथ ही फुलझड़ी से आरती की गई। ये परंपरा हर साल की जाती है। इस बार भी ऐसे ही आज सुबह 4 बजे मंदिर के पट खोले गए और महाकाल बाबा का पंचामृत अभिषेक करने के बाद पूजन किया गया। उसके बाद केसर चंदन का उबटन लगाया गया। फिर गर्म जल से स्नान करवाया गया। फिर बाबा का भव्य साज श्रृंगार किया।
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इसके अलावा आज सुबह जो अन्नकूट का भोग लगाया गया उसमें विभिन्न तरह के पकवान लगाए है। इसमें पकवान, फल, सूखे मेवे, विभिन्न फलों के रस आदि सब चीजों का भोग लगाया गया। इस दौरान करीब 2 हजार भक्त महाकाल मंदिर में मौजूद रहे। इतना ही नहीं महाकाल लोक में एक लाख दीपक प्रज्वलित किए गए। बीते दो साल से दिवाली का त्यौहार अच्छे से नहीं मनाया गया क्योंकि कोरोना महामारी थी।
इस वजह से इस साल दिवाली का त्यौहार काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उज्जैन के सभी घरों में दीपों के उजियारे देखने को मिले। साथ ही कल आतिशबाजी भी देखने को मिली। लोगों ने मां लक्ष्मी की पूजा करने के बाद फुलझड़ियों से और तरह तरह के फाटकों को फोड़ कर दिवाली का त्यौहार मनाया। इसके अलावा बाजारों में धनतेरस के दिन काफी ज्यादा रौनक देखने को मिली। इस साल बाजारों में भी काफी ज्यादा रौनक देखने को मिली। साथ ही कारोबार भी अच्छा हुआ। इस बार बाजार में फूलों की अच्छी आवक रही।