दरअसल मीडिया से बात करते हुए मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है। बच्चों के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। वहीं यदि 15 अप्रैल तक भी संक्रमण की रफ्तार कम नहीं होती है तो 1 से 8वीं तक के स्कूल नहीं खोले जा सकेंगे। मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि बच्चों की कक्षा जारी रहेगी। ऑनलाइन क्लासेज (online classes) के माध्यम से उन्हें पढ़ाई करवाई जाएगी लेकिन प्रत्यक्ष रूप से 1 से 8वीं तक के बच्चे स्कूल नहीं आ पाएंगे।
बता दें कि मध्य प्रदेश में लगातार संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। प्रतिदिन 4000 से ज्यादा केस सामने आने के बाद प्रदेश के कई जगह पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। वहीं कई जिलों में लॉकडाउन भी लगाया गया है। अब ऐसी स्थिति में एक बार फिर से नए सत्र में स्कूल खोलने को लेकर संशय की स्थिति बन गई है।
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10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा पर बोले मंत्री इंदर सिंह परमार
वही 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा पर बोलते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा संक्रमण की स्थिति चिंताजनक है। आखरी समय तक कोरोना को लेकर समीक्षा की जाएगी। यदि तब तक प्रदेश में संक्रमण का प्रभाव कम नहीं हुआ तो 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाया जाएगा।
बता दे कि मध्य प्रदेश में 30 अप्रैल से 10वीं और 1 मई से 12वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू होनी है। इससे पहले राज्य शासन की तरफ से प्री बोर्ड परीक्षा ओपन बुक पद्धति (open book system) के माध्यम से कराए जाने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। अब ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए माना जा रहा है कि एक बार फिर से 10वीं और 12वीं की परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाया जाएगा।
इधर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। संक्रमण की रफ्तार कम होती है तो परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिए संवेदनशील केंद्र में सीसीटीवी कैमरे (CCTV) से निगरानी की व्यवस्था की गई है। वहीं प्रदेश में कुल 3884 नए केंद्र बनाए गए हैं।
इनमें अति संवेदनशील केंद्र में मुरैना के 48, भिंड के 45 और भोपाल के 18 केंद्रों को शामिल किया गया है। जबकि संवेदनशील केंद्र में ग्वालियर से 42, शिवपुरी से 20 और राजगढ़ से 18 केंद्र बनाए गए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अति संवेदनशील केंद्रों की संख्या 232 बताई है जबकि संवेदनशील 320 परीक्षा केंद्र को चिन्हित किया गया है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल के माने तो इन केंद्रों पर वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। इसके साथ ही साथ से परीक्षार्थी कैमरे की नजर पर परीक्षा देंगे। ज्ञात हो कि परीक्षा केंद्रों पर गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। गौरतलब हो कि इस साल पिछले साल की तुलना में 10 फीसद अधिक परीक्षा केंद्र का निर्माण किया गया है। वही 30 अप्रैल से शुरू होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में करीब साढ़े 17 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।