शिवपुरी, मोनू प्रधान। मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) में आगामी उपचुनाव(By-election) को लेकर बीजेपी ने अपनी कमान संभाल ली है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर(Union Minister Narendra Singh Tomar), बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा(VD Sharma) और ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) को आगामी उपचुनाव के लिए मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि उपचुनाव को लेकर अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है किंतु बीजेपी(BJP) उससे पूर्व ही अपनी रणनीतियों के तहत जनता के बीच पहुंचने की कोशिश कर रही है। ऐसे भी शिवपुरी में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर ने दावा किया है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव में कुल 27 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
दरअसल शनिवार को तोमर ने प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के साथ मिलकर कार्यकर्ताओं से चर्चा की। वहीँ मीडिया के सवाल कि उपचुनाव में कितने सीटों पर बीजेपी की जीत संभव है, का जवाब देते हुए तोमर ने कहा कि भाजपा 27 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सभी सीटें जीतेगी। आगामी उपचुनाव में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता तोमर ने सभी सीटें जीतने का दावा किया।
चुनाव से पहले पूर्व विधायकों को क्यों बनाया गया मंत्री
इधर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व विधायकों को चुनाव जीतने से पहले ही मंत्री क्यों बना दिया। तो इस पर वह सीधा जवाब देने से बचते नजर आए। इस सवाल का जवाब न देते हुए उन्होंने कहा कि उपचुनाव में बीजेपी के इस फैसले कि स्थिति स्पष्ट हो जानी है।
बीजेपी में आने के बाद अपनी मांगों पर मौन क्यों सिंधिया
दूसरी तरफ जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया गया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ने से पहले अतिथि शिक्षक और रोजगार के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा था लेकिन अब वे भाजपा में आने पर इन सब बातों से कन्नी काट रहे हैं। इस पर नरेंद्र तोमर ने कहा कि इतिहास साक्षी है कि भाजपा की सरकार पहले भी इन सब चीजों पर काम कर चुकी है और वर्तमान में भी काम कर रही है।
बसपा का चुनाव लड़ना उनका अपना निर्णय
वहीँ बसपा के सभी सीटों पर उम्मीदवारों के ऐलान के सवाल पर बोलते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि मध्य प्रदेश में होने वाले 27 सीटों पर उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी का चुनाव लड़ना उनका अपना निर्णय है लेकिन भाजपा अपनी ताकत पर चुनाव लड़ेगी। वहीँ उन्होंने कहा कि उपचुनाव के बाद ये पार्टी पर रहेगा कि वो किस पार्टी की जीत की दावेदारी करना चाहती है।