भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर के सम्भावना के बीच स्कूल कॉलेज में परीक्षा आयोजित करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। एक तरफ जहां स्कूलों में बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन माध्यम (Offline mode) से ली जाएगी। वहीं कुछ कॉलेजों (MP College) को छोड़कर अन्य कॉलेजों में परीक्षा भी ऑफलाइन माध्यम से आयोजित किए जाने की तैयारी की जा रही है। हालांकि यदि करोड़ों की तीसरी लहर की संभावना अधिक तेज होती है तो कॉलेज द्वारा परीक्षा ऑनलाइन भी आयोजित की जा सकती है। छात्रों को उसके निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर जरा इसकी तैयारी की पूरी कर ली गई है। इससे पहले मध्य प्रदेश की यूनिवर्सिटी द्वारा अपने एग्जाम तिथि को आगे बढ़ा दिया गया है। वहीं राज्य शासन की तरफ से निर्णय कॉलेजों पर छोड़ा गया है। कॉलेज द्वारा परीक्षा दोनों मोड में आयोजित करने की तैयारी पूरी की गई है। कॉलेज का कहना है कि छात्र मोड में चाहे उस मोड में परीक्षा देने में सक्षम हो सकेंगे।
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प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना केसों को देखते हुए छात्रों की मांग की है कि प्रदेश में परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से ही आयोजित की जाए। हालांकि 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है। वहीं प्रदेश में चार यूनिवर्सिटी में परीक्षा आयोजित होनी है। हालांकि इन चारों में से जो यूनिवर्सिटी द्वारा परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से ना आयोजित कर ऑफलाइन माध्यम से आयोजित की जा रही है। वहीं छात्रों को केंद्र पर पहुंचकर परीक्षा मैं शामिल होना होगा।
वहीं उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया। जहां कॉलेजों में जनवरी से होने वाली परीक्षाएं कॉलेज द्वारा तैयार किए गए परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। छात्र छात्रों को कॉलेज में पहुंचकर परीक्षा में शामिल होना होगा। हालांकि कक्षाएं 50 फीसद उपस्थिति के साथ ही संचालित की जाएगी। विभाग द्वारा यूनिवर्सिटी और कॉलेज छात्रों की संख्या और संसाधन के आधार पर परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन कराने के आदेश भी जारी किए गए हैं। इस आदेश में विभाग ने कहा है कि सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी पीजी फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर की परीक्षाएं के सेवर मोड में आयोजित कराने का फैसला खुद ले सकेंगे।
वहीं राज्य शासन की तरफ से कॉलेज में पढ़ने छोड़ने के बाद कॉलेजों द्वारा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम से परीक्षा आयोजित करने जाने के निर्णय के बाद अभिभावक संघ आक्रोश में हैं। अध्यापक संघ का कहना है कि कॉलेज छात्रों को जो सुविधा दी जा रही है। स्कूलों को भी ऐसी सुविधाएं दी जाए। परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जाए। जिससे कि बच्चों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो वही Corona की तीसरी लहर की संभावना से वो दूर रह सके।