भोपाल: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पथ संचलन पर फूल बरसाकर स्वागत करने पर मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के चेयरमैन को ‘सिर कलम’ करने की धमकी मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना पर राज्य सरकार ने बेहद सख्त रुख अपनाया है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
मामला भोपाल का है, जहां हाल ही में निकले आरएसएस के पथ संचलन पर वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सनवर पटेल ने सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए पुष्पवर्षा की थी। इसके बाद उन्हें कथित तौर पर सिर कलम करने की धमकी दी गई, जिसने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है।
‘शांति का टापू है मध्य प्रदेश’
मंत्री विश्वास सारंग ने इस धमकी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि मध्य प्रदेश एक शांति का टापू है और यहां किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
“यदि सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया, तो इसमें कुछ गलत नहीं। यदि इससे किसी के पेट में दर्द है और इस तरह की धमकी दी गई है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।” — विश्वास सारंग, मंत्री, मप्र सरकार
सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति
सारंग ने कहा कि यह जीरो टॉलरेंस वाली सरकार है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की या किसी घटना को सांप्रदायिक रंग देने की जो भी कोशिश करेगा, उसे ठीक कर दिया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे लोगों की जगह समाज में नहीं, बल्कि सलाखों के पीछे है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे कानून के तहत सख्त से सख्त सजा जरूर मिलेगी। सरकार प्रदेश में शांति और सद्भाव का माहौल बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।





