जबलपुर।संदीप कुमार
मध्यप्रदेश पुलिस अब अपराध कम करने और अपराधियों को पकड़ने के लिए सोशल पुलिसिंग का सहारा लेगी। जी हाँ पुलिस अपराधियों से निपटने के लिए रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारियों को जोड़ने में लगी हुई है।जबलपुर रेंज के आईजी भगवत सिंह चौहान ने इसकी शुरुआत भी कर दी है। कहा जा सकता है सोशल पुलिसिंग का ये अनूठा तरीका जल्द ही पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा।
आई जी ने रेंज के सभी एसपी को दिए निर्देश
जबलपुर रेंज के आई जी भगवत सिंह चौहान का मानना है कि हमारे रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भले ही सेवानिवृत्त हो जाते है पर उनके अपराध के प्रति सोचने समझने का सलीका पुलिस के जैसे ही होता है यही वजह है कि क्षेत्र में हो रहे अपराध और अपराधी को पहचानने के लिए हम रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों से सम्पर्क कर रहे है।
ये होगा फायदा
आईजी भगवत सिंह चौहान का कहना है कि रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को इस कड़ी से जोड़ने पर पुलिस और रिटायर्ड अधिकारी दोनो को फायदा होगा।पुलिस अधिकारी-कर्मचारी के मन मे ये मलाल कभी नही आएगा कि अब वो पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हो गए है तो वही दूसरी और पुलिस विभाग को इलाके में हो रहे अपराध और अपराधियों को पुलिस आसानी से निपटा सकती है।
रिटायर्ड पुलिस अधिकारी भी इस अभियान के लिए तैयार
रिटायर्ड पुलिस अफसर आरएस कालरा का कहना है कि पुलिस के इस अभियान से जुड़ने के लिए हम बिल्कुल तैयार है।आईजी भगवत सिंह चौहान की इस सोशल पुलिसिंग के विषय मे रिटायर्ड अधिकारी कालरा ने कहा है कि निश्वित रूप से उनके इस प्रयास से न सिर्फ अपराध कम होगा बल्कि रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से सतत संपर्क भी बना रहेगा।
आईजी ने जिले बार रिटायर्ड पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की सूची तैयार करने एसपी को दिए निर्देश
जबलपुर रेंज के सभी एसपी को आईजी ने पत्र लिखकर निर्देश दिए है कि उनके जिले,क्षेत्र में रहने वाले रिटायर्ड पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की सूची तैयार करे साथ ही जिले-इलाके में होने वाले अपराध के विषय में उनसे मदद लें आईजी भगवत सिंह चौहान ने यह भी निर्देश दिए हैं कि संबंधित क्षेत्र का बीट प्रभारी सप्ताह में 1 दिन रिटायर्ड पुलिस अधिकारी कर्मचारियों से मुलाकात कर उनसे ना सिर्फ मदद लें बल्कि उनकी खोज खबर भी।
रेंज के इन एसपी को मिले है निर्देश
जबलपुर एसपी, नरसिंहपुर एसपी, मंडला एसपी, कटनी एसपी, डिंडोरी एसपी, छिंदवाड़ा एसपी
बहरहाल अब देखना ये होगा कि जबलपुर रेंज के आईजी भगवत सिंह चौहान का यह सोशल पुलिसिंग का तरीका जिसमें कि रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उनका सहयोग करेंगे यह कितना कारगर साबित होता है और क्या उनके इस प्रयास से वाकई अपराधों में गिरावट आती है।