भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है,ऐसे में मप्र में फिर बारिश का दौर शुरू होने की उम्मीद है, हालांकि बीते कई दिनों से जिलों में गरज चमक के साथ कही बौछारों तो कही तेज बारिश का सिलसिला जारी है। आज शनिवार को मौसम विभाग ने 10 संभागों और 7 जिलों में गरज चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है। हालांकि दोपहर बाद कई जिलों में मौसम में बदलाव आया है और बौछारों का सिलसिला शुरु हो गया है।भोपाल समेत कई इलाकों में बारिश हो रही है।
मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 24 घंटे में कई जिलों में बिजली चमकने व गिरने के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग की माने तो 20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बनेगा। हिमालय की तराई में पहुंच गई मानसून द्रोणिका के फिर वापस लौटने की संभावना है। इस वजह से 21-22 सितंबर को बारिश का एक और दौर फिर शुरू होने के आसार हैं। वर्तमान में उप्र से दक्षिण-पूर्वी मप्र तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ)बनी हुई है। इससे लगातार नमी मिल रही है।20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से दो दिन बाद बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी।
पिछले 24 घंटो के दौरान पमध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, जबलपुर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर भोपाल, होशंगाबाद, रीवा, सागर एवं शहडोल संभागों के जिलों में कही कही बारिश दर्ज की गई है। वही ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलो में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा है। वही मुलताई में 6, भीमपुर, जावरा, गौतमपुर 4,रतलाम,सेंधवा 3, मंदसोर में 2 सेमी वर्षा दर्ज हुई है।शुक्रवार सुबह 8ः30 से शाम 5ः30 बजे तक इंदौर में 12.4, मलाजखंड में 10, मंडला में पांच, उमरिया में चार, शाजापुर में तीन, दमोह में एक, उज्जैन में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई।
इन संभागों में गरज चमक के साथ बौछारे
रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगबाद,सागर, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में कही कही।
इन जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना
रतलाम, उज्जैन, देवास, छिंदवाडा सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में।
इन जिलों को आपदाग्रस्त घोषित करेगी सरकार
किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) ने निर्देश दिए है कि जिन जिलों में अति-वृष्टि या बाढ़ से फसलों को 50 प्रतिशत से अधिक क्षति पहुँची है, उन जिलों को आपदाग्रस्त (Distressed district) कराये जाने के लिये समुचित आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिलों में फसलों को हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त कर वास्तविक आंकलन के निर्देश दिये।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)