भोपाल।
अन्य राज्यों में लगातार हो रही बारिश के बाद एमपी में भी मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। सुबह तेज धूप और उमस के बाद दोपहर से भोपाल समेत कई जिलों में बारिश हो रही है।आज सोमवार को मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।मौसम विभाग ने आज येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए बालाघाट, भिंड, छतरपुर, दमोह, कटनी, मंडला,मुरैना, पन्ना , रायसेन,राजगढ़, रीवा , सिवनी, सतना, शाजापुर, शिवपुरी, टीकमगढ और उमरिया जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।वही अन्य जिलों में गरज चमक के साथ बारिश के आसार है। वही 24 जुलाई के आस-पास बंगाल की खाड़ी में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बनने की संभावना है। इसके सक्रिय होने बाद ही प्रदेश में लगातार अच्छी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की माने तो इस बार बरसात के सीजन में अभी तक अरब सागर या बंगाल की खाड़ी में कोई भी कम दबाव का क्षेत्र नहीं बना है। इस वजह से अभी तक लगातार बरसात की स्थिति नहीं बनी है। 24 जुलाई के बाद कम दबावका क्षेत्र बना तो अच्छी वर्षा मौसम विभाग के अनुसार 24 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बनने के संकेत मिले है।यदि चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में सक्रिय होकर आगे बढ़ता है, तो प्रदेश में अच्छी बारिश की उम्मीद की जा सकती है।
मध्य प्रदेश के 20 जिलों में अभी सामान्य से कम बारिश हुई है। सिंगरौली में सबसे ज्यादा तो ग्वालियर में सबसे कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। पूरे प्रदेश में इस साल फिलहाल 314.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। अब तक की सामान्य बारिश का आंकड़ा 300.5 मिलीमीटर है। इस तरह से इस बार अब तक सामान्य से 5 मिलीमीटर ज़्यादा ही बारिश हुई है।
किसानों की बढी चिंता, इन जिलों में गहराया संकट
मानसून की धीमी रफ्तार और बारिश के थमने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई है। प्रदेश के 13 जिलों में संकट के बादल मंडरा रहे हैं, जहां हर साल जुलाई और अगस्त के महीने में सबसे अधिक बारिश होती है. वहीं इस बार जुलाई बीतने को है लेकिन सामान्य से कम बारिश हुई है,ऐसे में खरीफ की फसल बरबाद होने की कगार पर है। प्रदेश के 13 जिलों बालाघाट, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, कटनी, सागर, टीकमगढ़, अलीराजपुर, भिंड, ग्वालियर, मंदसौर, श्योपुर, शिवपुरी में सामान्य से कम बारिश होने के कारण संकट बना हुआ है।