भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
मध्य प्रदेश में प्रदेशवासियों का अच्छी बारिश को लेकर इंतजार अब खत्म होने वाला है, पूरे सावन के सूखे बीतने के बाद अगस्त के आगमन के साथ ही कई इलाकों में हुई रिमझिम ने मौसम को सुहावना बना दिया है। मौसम विभाग की माने तो तीन सिस्टम के कारण मंगलवार से मध्य प्रदेश में अच्छी बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है। बारिश का यह सिलसिला 3-4 दिन तक जारी रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में मंगलवार को एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। मानसून ट्रफ भी अपनी सामान्य स्थित से मध्य भारत के नीचे की तरफ आ गई है। इसके अतिरिक्त एक शियर जोन(पूर्वी-पश्चिमी हवाओं का टकराव) महाराष्ट्र पर बन गया है। इसके कारण मंगलवार से मध्य प्रदेश में अच्छी बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है। बारिश का यह सिलसिला 3-4 दिन तक जारी रह सकता है। अगले 1 सप्ताह में मध्य प्रदेश के 20 जिलों में बारिश की संभावना है। इसके बाद एक अन्य कम दबाव का क्षेत्र पुनः आठ अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी में बन सकता है। इससे अगस्त में अच्छी बरसात होने की उम्मीद की जा रही
सिंगरौली लबालब, ग्वालियर को आस, किसान परेशान
मानसून में हुई कम वर्षा को लेकर प्रदेश के किसानों के माथे पर जहां चिंता की लकीरें दिखाई पड़ने लगी हैं, वहीं कई जगह तो अच्छी बारिश के लिए टोना-टोटका भी आजमा रहे हैं। कोई पूजा पाठ कर रहे है तो कोई गधे पर बैठकर सवारी निकाल रहे है। हाल ही में इंदौर के राऊ में अच्छी बारिश के लिए एक नेता को गधे पर बैठाकर बारात निकाली गई थी। वहीं इस बार जुलाई बीतने को है लेकिन सामान्य से कम बारिश हुई है। ऐसे में खरीफ की फसल बरबाद होने की कगार पर है।बारिश को लेकर इस महीने से अब बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि जून और जुलाई में अधिकांश राज्यों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में जहाँ सिंगरौली जिले में सबसे ज्यादा तो ग्वालियर में सबसे कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। 15 जिलों में बारिश सामान्य से काफी कम होने के कारण फसलों पर विपरीत असर पड़ने की आशंका बढ़ गई है। प्रदेश के 13 जिलों में संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जहां हर साल जुलाई और अगस्त के महीने में सबसे अधिक बारिश होती है।
बारिश को तरसे ये जिले
9 साल में पहली बार है जब 20 जुलाई तक इतनी कम बारिश मध्य प्रदेश में हुई है। प्रदेश के 15 जिलों में सामान्य से काफी कम वर्षा दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश के 20 जिलों में अभी सामान्य से कम बारिश हुई है। प्रदेश के 13 जिलों में संकट के बादल मंडरा रहे हैं, जहां हर साल जुलाई और अगस्त के महीने में सबसे अधिक बारिश होती है. वहीं इस बार जुलाई बीतने को है लेकिन सामान्य से कम बारिश हुई है,ऐसे में खरीफ की फसल बरबाद होने की कगार पर है। प्रदेश के 13 जिलों बालाघाट, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, कटनी, सागर, टीकमगढ़, अलीराजपुर, भिंड, ग्वालियर, मंदसौर, श्योपुर, शिवपुरी में सामान्य से कम बारिश होने के कारण संकट बना हुआ है।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
रीवा, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, जबलपुर, कटनी, मंडला, सिवनी, बालाघाट, उज्जैन, देवास,दमोह, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वही कई जिलों में गरज चमक के साथ कही कही बारिश की संभावना है।
Rainfall dt 04.08.2020
(Past 24 hours)
Satna 45.4
Pachmari 17.0
Bhopal 24.2
Bhopal city 20.4
Jabalpur 29.2
Khandwa 18.0
Tikamgarh 22.0
Seoni 28.4
Umaria 21.2
Malanjkhand 13.0
Mandla 34.0
Narsinghpur 2.0
Khargone 3.8
Nowgaon 6.0
Ujjain 1.0
Indore 0.4
Chhindwara 2.4
Betul 1.0
Sagar 8.8
Shajapur 1.0
Gwalior 13.2
Datia 3.2mm