खरगोन : ‘दृश्यम फिल्म’ की तर्ज पर हत्या की वारदात, आरोपी फरार

Gaurav Sharma
Published on -
Indore Crime News

खरगोन, डेस्क रिपोर्ट। 2015 में अभिनेता अजय देवांगन की ‘दृश्यम फिल्म’ (Drisham Film) आई थी। जिसमें एक तरफा प्यार करने वाले युवक को मां और बेटी ने उसकी हत्या कर उसका शव घर में ही दफना दिया था। जिसकी तर्ज पर देश में कई हत्या की वारदात भी सामने आई है। जैसे, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh), मध्यप्रदेश के इंदौर (Indore) और ललितपुर (Lalitpur) से। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश (Madhay pradesh) के खरगोन (Kargone) जिले से भी ‘दृश्यम फिल्म’ (Drisham Film) की तर्ज पर हत्या (Murder) की वारदात को अंजाम देने का मामला सामने आया है। जिसमें एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या (Girlfriend murder) कर उसे घर में दफना दिया और उसके ऊपर सीमेंट का पक्का प्लास्टर (Cement concrete plaster) भी कर दिया। जिससे किसी को इस घटना की जानकारी ना हो सके।

खुदाई में मिला महिला का शव

बता दें कि इस मामले में 24 दिसंबर से मोहनखेड़ी (Mohankhedi village) गांव की 29 साल की महिला लापता थी। प्रेमी और प्रेमिका (Boyfriend and girlfriend) दोनों ही शादीशुदा है। प्रेमिका 5 साल पहले ही अपने पति को छोड़ चुकी है, जिसके दो बच्चे हैं। वहीं प्रेमी की पत्नी (Lover’s wife) भी पांच साल से अपने मायके में चार बच्चों के साथ रहती है। एक महीने बाद लापता महिला का शव (Dead woman’s body) उसी के प्रेमी के घर में खुदाई करने के बाद बरामद हुआ है। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने (Missing Report Police Station) में दर्ज कराई गई थी। इस मामले में महिला के परिजनों को शक था कि उसी के प्रेमी ने उसकी हत्या (Murder) की है। इसी के आधार पर प्रेमी के घर पर खुदाई करवाई गई, जिसके बाद सबके सामने हैरान कर देने वाली वारदात सामने आई है।

आरोपी फरार

प्रेमी और उसका परिवार फरार है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम (Post mortem) के बाद जांच के लिए भेज दिया है और वहीं पुलिस आरोपी व्यक्ति की तलाश में जुट गई है। इस पूरे मामले के संबंध में डीआईजी तिलक सिंह (DIG Tilak Singh) ने जानकारी ली है। पुलिस ने कहा है कि इस वारदात में शामिल प्रेमी के पकड़े जाने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा (Murder Case disclosure) हो पाएगा।

महिला 1 महीने से थी लापता

29 वर्षीय महिला का नाम छाया है, जिसकी शआदी हो गई थी, लेकिन वह अपने पति के साथ नहीं रहती थी। पिछले पांच साल से महिला अपने पिता भाईराम के साथ रह रही थी। जो 1 महीने पहले ही अचानक गायब हो गई। महिला अपने पिता को यह कहकर घर से निकली थी कि वह काम करने जा रही है। लेकिन वह घर वापस नहीं लौटी। जिसके बाद से पिता ने अपनी तरफ से खोजबीन कर 30 दिसंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई। जहां उन्होंने गांव के ही संतोष नामक व्यक्ति पर शंका जताई। उन्होंने कहा कि उसकी बेटी का संतोष के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था।

पिता के बयानों के आधार पर पुलिस ने आरोपी संतोष के घर की तलाशी लेनी चाही, लेकिन वहां पर ताला लगा हुआ था। वहीं परिजनों के लगातार आशंका व्यक्त करने के बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति के घर के तीसरे कमरे में खुदाई करवाई, जहां से महिला का शव बरामद हुआ है। जिसे देख सभी के होश उड़ गए।

ये है पूरा मामला

इस संबंध में छाया के पिता भाईराम ने कहा कि 24 दिसंबर को उसकी बेटी घर नहीं लौटी, जिसके बाद उन्होंने 30 दिसंबर को पुलिस थाने में लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। गांव के ही संतोष पर आशंका जताने पर पुलिस ने 15 दिन पहले ही आरोपी के घर जाकर खुदाई करवाई, लेकिन वहां पर कोई सुराग नहीं मिला। भाईराम ने बताया कि मन में संतुष्टि नहीं होने पर उन्होंने भील समाज के वरिष्ठ जयसिंह वारिया से इस संबंध में बात की। जिसके बाद 25 जनवरी को फिर से पुलिस से आग्रह किया गया। और पुलिस ने 27 जनवरी को आरोपी संतोष के यहां फिर से खुदाई करवाने की बात कही।

4 फीट की खुदाई में मिला महिला का शव

पुलिस ने बताया कि जिसे कमरे में खुदाई करने से महिला का शव मिला है, वहां पर पक्का प्लास्टर करवा दिया गया था। जिससे किसी को भी इस घटना की जानकारी ना हो सके। खुदाई के दौरान सबसे पहले महिला के कानों की बाली मिली, उसके बाद चूड़ियां, फिर चप्पल मिली। सुराग मिलने के बाद पुलिस ने करीब 4 फीट गहरा खुदाई करवाया, जहां से महिला का शव बरामद हुआ है। इस कार्रवाई के दौरान एसडीओपी प्रवीण कुमार उइके समेत टीआई व नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे, जिन्होंने फॉरेंसिक अधिकारी डॉक्टर सुनील मकवाने को बुलवाया। फॉरेंसिक अधिकारी ने खुदाई में मिले साक्ष्यों को संग्रहित कर जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया है।

खरगोन : 'दृश्यम फिल्म' की तर्ज पर हत्या की वारदात, आरोपी फरार


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News