उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ जहां देश में लगातार कोरोना(Corona) के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन(Hospital administration) की बड़ी लापरवाही भी उजागर हो रही है।इसी बीच मध्यप्रदेश(Madhyapradesh) में गुरुवार रात एक बड़ी घटना सामने आई है। जिस ने अस्पताल प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े कर दिया हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के उज्जैन(Ujjain) जिले के माधवनगर हॉस्पिटल(Madhavnagar hospital) में एक के बाद एक तीन मरीजों की मौत हो गई है। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि बिजली बंद होने की वजह से मरीजों को ऑक्सीजन(Oxygen) मिलना बंद हो गया था। जिससे उनकी मौत हुई है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
दरअसल घटना गुरुवार की है। जब उज्जैन के माधवनगर हॉस्पिटल में एकाएक 3 मरीजों की मौत हो गई। इधर कांग्रेस के पूर्व पार्षद सुनील कछवाय ने आरोप लगाते हुए कहा है कि माधव नगर हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद तीनों मरीजों की मौत हुई है। तीनों मरीज ऑक्सीजन पर थे जहां अचानक सुबह 10:30 बजे अस्पताल की बिजली चली गई। बिजली जाने से जनरेटर भी चालू नहीं हुआ ऐसे में ऑक्सीजन पर रखें मरीजों की मौत हो गई है।
ज्ञात हो कि इन तीनों मरीजों में विधायक पारस जैन के सहायक मुकेश लड्ढा के रिश्तेदार भी शामिल है। जिसके बाद विधायक जैन ने इस मामले में कलेक्टर से चर्चा की है। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल के सीएमएचओ डॉ महावीर खंडेलवाल का कहना है कि आरोप से कुछ नहीं होता। हॉस्पिटल में कुल 18 मरीज ऑक्सीजन पर थे। अन्य 15 मरीजों को कुछ नहीं हुआ। ऐसा होता तो अन्य मरीजों पर भी इसका असर होता। वहीं उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों का सिरे से खंडन किया है।
बता दे कि अस्पताल प्रशासन पर यह भी आरोप है कि उनके पास कोरोना मरीजों को दी जाने वाली दवाइयां भी उपलब्ध नहीं है। परिजनों द्वारा दवाइयां मार्केट से मंगवाई जा रही है। इसके साथ ही यहां कई मशीनें चालू तक नहीं है और ना ही अब तक 20 बेड का एक नया आईसीयू भी चालू हुआ है। जिसके बाद विधायक जैन ने इन सभी मामले में कलेक्टर से चर्चा कर लापरवाही की जांच करने को कहा है।