सिवनी।
मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ विपक्ष शिवराज सरकार के लिए किसान विरोधी सरकार का नारा बुलंद किए हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ गेहूं खरीदी में हुई लापरवाही के बीच किसानों के शिकायत करने पर प्रदेश में अब आला अधिकारियों के तबादले तक हो रहे हैं। ऐसे ही एक घटना प्रदेश के सिवनी जिले से सामने आई है। जहां गेहूं खरीदी में हुई लापरवाही के उजागर होते ही किसानों की शिकायत पर विपणन अधिकारी का तबादला कर दिया गया है।
दरअसल मामला मध्य प्रदेश के सिवनी जिले का है। जहां जिले में करोड़ों रुपए के गेहूं सड़ने के मामले में डीएमओ का तबादला कर दिया गया। बताया जा रहा है कि डीएमओ के निरीक्षण में हो रहे गेहूं खरीदी के दौरान लगातार हो रही लापरवाही के बीच किसानों ने डीएमओ की शिकायत आला अधिकारियों से की थी। जिसके बाद आला अधिकारियों के निरीक्षण में डीएमओ को दोषी पाते हुए उसका तबादला सिवनी जिले से छिंदवाड़ा कर दिया गया है। इसके साथ ही कलेक्टर ने डीएमओ रघुवंशी के अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए भी प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की है। वही झाबुआ में पदस्थ डीएमओ शिशिर सिन्हा को शिवनी का कमान सौंपा गया है।
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब गेहूं खरीदी के दौरान लापरवाही उजागर हुई है। हालांकि किसानों की शिकायत के बाद आला अधिकारी द्वारा मामले की त्वरित जांच करते हुए डीएमओ को दोषी पाकर कार्रवाई करना वाकई नया है। वहीं इससे पहले शिवराज सरकार द्वारा घोषणा की गई है कि किसानों के एक एक गेहूं के दानों को सरकार द्वारा खरीदा जाएगा।