नीतीश कुमार ने दिया बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, अब RJD के साथ मिलकर बना सकते हैं सरकार

Manisha Kumari Pandey
Published on -

पटना, डेस्क रिपोर्ट। बिहार की राजनीति में खटपट जारी है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस कदम को उठाने के बाद उन्होंने यह कहा की सभी सांसद और विधायक इस बात पर सहमति है की उन्हें एनडीए छोड़ देना चाहिए। कुछ घंटे पहले ही नीतीश कुमार ने एनडीए (बीजेपी) से अपने गठबंधन को तोड़ने का ऐलान किया था। सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद RJD के साथ मिल कर सरकार बना सकते हैं।

यह भी पढ़े… MP Government Jobs 2022: 2800 से ज्यादा अलग अलग पदों बंपर भर्ती, 1 लाख तक सैलरी, जानें आयु पात्रता और नियम

नीतीश कुमार बुधवार यानि आज राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। उन्होनें 160 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपते हुए नई सरकार बनाने का भी दावा किया है। अपना इस्तीफा सौंपते ही नीतीश कुमार ने राबड़ी निवास पहुँच कर तेजस्वी यादव से बातचीत की। वहीं काँग्रेस विधायक अजित शर्मा का कहना है की इस महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार होंगे। बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।

यह भी पढ़े… कर्मचारी-श्रमिकों के लिए अच्छी खबर, VDA वृद्धि को लेकर मंत्रालय ने जारी किया आदेश, अगस्त में मिलेगा लाभ, एरियर्स का भी होगा भुगतान

अब तक बिहार में विधानसभा चुनाव हुए सिर्फ ढाई साल ही हुए हैं और बीजेपी-JDU के रिश्तों में खटास आ गई है। रिपोर्ट की मानें तो नीतीश कुमार ने एनडीए का साथ छोड़ने का फैसला भाजपा से सम्मान ना मिलने के कारण ली है और गठबंधन तोड़ने का ऐलान भी कर दिया है। इन पाँच सालों में पहले भी नीतीश कुमार गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर चुके हैं।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News